Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6209 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read रूठी प्रियसी हे प्रिये तुझे अहसास नहीं मेरे दर्द का तुझे अहसास नहीं जिंदगी का तुझे अहसास नहीं समय सागर से मिलेगा एक दिन इसका तुझे अहसास नहीं भोली भाली कलिया सी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 174 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारा विश्वास न था पत्तों में हुई सरसराहट मगर कोई पास न था तुम आओगी यहां मुझे विश्वास न था… राहों में देखे सुर्ख फूल बहुत से तेरे अधरों के सुर्ख होने का आभास... Poetry Writing Challenge · कविता 1 178 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read नया वर्ष आज का दिन बड़ा सुहाना लगता है… जिसको देखो वह मस्ताना लगता है… आज का सूर्य भी भला सा लगता है… आज का दिन सबको प्यारा लगता है… आज का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 181 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read मेरे पापा… पापा तुमने हमे सन्मार्ग पर चलना सिखाया समाजसेवा का मूल मंत्र आपने बताया अच्छी अच्छी सामाजिक बातों को समझाया आपकी छत्र छाया में पौधे से बढ़कर वृक्ष बने… पापा आप... Poetry Writing Challenge · कविता 1 180 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read सपनों का महल सपनो का महल जो बिना आधार खड़ा है उसके चित्र अपनत्व के है स्मृति के रूप में खड़ा है भग्नावशेष खंडर सा मूक हिमालय सा खड़ा है विचारों की लड़ी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 193 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read जुल्फ जब खुलकर बिखर गई जुल्फ जब खुलकर बिखर गई याद सावन की आ गई अजीब मेरी हालत है ऐसे में बस याद तेरी आ गई मौसम बना रेशमी भीगा वस्त्र आंखों में रोशनी सी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 167 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read गीत की लय… अर्पणा याद की पीली पड़ी पहचान में राग गूंजता तुम्हारा बन अतीत हो गंध जैसे सुन्दर कुसुम में जाग उठी लय तुम्हारा गीत हो सांझ जा अंजरी सम पिघलती है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 96 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 2 min read चलो बनाएं *चलो बनाएं* लोकल को वोकल बनाये चलो आज कुछ नया बनाये दुसरो के साये में खुद को न सजाकर आज फिर खुद से जद्दोजहद कर कोशिश नयी कुछ हटकर बनाये... Poetry Writing Challenge · अखंड भारत · आजादी · एकता · कविता · भारत 8 7 256 Share Priya princess panwar 15 Jun 2023 · 1 min read प्यार -भरी अर्जी! तुम मेरा श्रृंगार तुम मेरा गहना तुम से बस यही है कहना मैं ही बस तुम्हारी प्रियतमा बाकी सब तुम्हारी बहना। रहोगे चरित्रवान,सच्चे तो घर-गृहस्थी का हर सुख मिलेगा अगर... Poetry Writing Challenge 3 3 166 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read नए मुहावरे का चाँद नीम रौशनी चाँद की शीतल होती रात की नीम अंधेरा चाँद का गहना सा है धरती का नीम रौशनी और अंधेरा दुन्नो मिल जब डाले डेरा धरती जाती सँवर ग़ज़ब... Poetry Writing Challenge · कविता 1 149 Share Neeraj Agarwal 15 Jun 2023 · 1 min read सतरंगी इंद्रधनुष सच तो इंद्रधनुष सतरंगी छटा होती है न्यारी बस उम्मीद और आशाओं से भरी, जिंदगी भी हम सभी की बस यही इंद्रधनुष सतरंगी ही तो बनी है समझे तो पल... Poetry Writing Challenge · कविता 233 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read प्रेम पत्र बचाने के शब्द-व्यापारी वह घोषित रूप से प्रेम पत्र बचाने के एजेंडे पर है प्रेम पत्र बचाना जबकि उसका ध्येय हो नहीं सकता कतई उसके पुरखों ने कब की है प्रेम पत्र की... Poetry Writing Challenge · कविता 1 235 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read किताब *किताब* अरे हस्ती!किताबें ज्ञान का दीप होती हैं जिसकी रोशनी में रह रह कर.... इंसानियत खुद के अतीत को पढ़कर.... जान पाता है कुछ खोये हुए अछूत को... .जिनसे वो... Poetry Writing Challenge · ओनलाइन · कविता · किताब · पुस्तकालय · बदलती शिक्षा व्यवस्था 6 7 165 Share Kamini Khurana 15 Jun 2023 · 1 min read """"" पथिक"""""" हे पथिक,,,,,,, अकेले है तू आया, अकेले ही है जाना जिन्दगी के पथ मे है 'अनेक कर्मों को निभाना राह मे बाधाएँ आयेगी असंख्य उन सबसे स्वयं ही तो है... Poetry Writing Challenge 96 Share Dr. Man Mohan Krishna 15 Jun 2023 · 1 min read 16. वो सपने पुरे हो न पाये सपने जो देखे थे हमने मिलकर कभी जो, वो सपने पुरे हो न पाये । कभी सपनों को पुरे करने के लिये, आँखों में चमक और दिल हर्षित रहता था... Poetry Writing Challenge · कविता 86 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read कुत्ते कुत्ते यदि पालतू नहीं हैं नस्ल विशेष के नहीं हैं और न ही पागल तो हिंसक नहीं होते काट नहीं खाते मालिकों के आगे वे दुमहिलाऊ होते हैं शीशनवाऊ होते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 220 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read क्या लिखूँ ...? क्या लिखूँँ ? सच कि झूठ ? झूठ - मीठी चाशनी जैसा - लुभावना , कर्णप्रिय मन को भाता है ; और सच - कल्पना से परे - प्रलोभनरहित -... Poetry Writing Challenge 120 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read ईर्ष्या *ईर्ष्या* आज भी ईर्ष्या तू ना गई मेरे मन से आज भी पास होकर तुम इतराती हो या फिर दूर रहकर यूं मुझसे विद्वेष रखतीं हो... अक्सर कई बार पढ़ा... Poetry Writing Challenge · ईर्ष्या · ईर्ष्यालु · कविता · मानसिक कष्ट · साहित्यपीडिया 8 5 304 Share Smriti Singh 15 Jun 2023 · 1 min read भूसा हर बार चुप नहीं रहा जाता, अब मुंह में भूसा घुसा दो, वही भूसा जो तुम्हारे दिमाग में, तुम्हारे मन में, देह में भरा पड़ा है इतने हल्के होते जा... Poetry Writing Challenge 2 1 101 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read मनुष्यता बनाम क्रोध आदमी में जिस अनुपात में क्रोध आना घट जाता है उसी अनुपात में उसका सयानापन बढ़ता है मनुष्यता सिकुड़ती है और बढ़ती है भीरूता गो कि इस भीरूता में भी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 134 Share Smriti Singh 15 Jun 2023 · 1 min read ताकतवर औरतें पैर दबाती औरत क्षीर सागर में शेषनाग के नीचे ब्रह्मांड की सबसे अमीर औरत धरती पर वही औरत एक राजा की रानी बनी और जंगल में युवराज जन्मी और किसी... Poetry Writing Challenge 2 86 Share Smriti Singh 15 Jun 2023 · 1 min read बुझा टांग कर रूह को, जिस्म हम खींचे हुए सर्दियों में आंख मसलते , सुबह हम उठे, कुछ खीझे हुए, वो बचपन याद आता है, जो हम घर पहुंचे, शाम को... Poetry Writing Challenge 1 211 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read विज्ञापन नित नये विज्ञापन - उम्मीदों से लबरेज - शब्दों के जादू से दर्शकों को रिझाते , उत्पाद की खूबियाँ गिनाते , मन को ललचाते ; तकनीक के रास्ते दबे पांव... Poetry Writing Challenge 247 Share Priya princess panwar 15 Jun 2023 · 1 min read नारी! नारी एक माँ है बालक की प्रथम गुरु है नवनिर्माण केवल नारी द्वारा ही शुरू है। नारी प्यारी बेटी है घर की सोना है उसके बिना कर्ज़दार घर का हर... Poetry Writing Challenge 3 166 Share Smriti Singh 15 Jun 2023 · 1 min read पड़ा हुआ हूँ छित्त -विछित्त मैं पड़ा हुआ हूँ अपने घर से लाओ चाकू थाली चीर -चीर ले जाओ, चमड़ी मांस नहीं है, इसमें लात मारकर जाओ न महक रहा रक्त मेरा, और... Poetry Writing Challenge 185 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read फुर्सत कहाँँ अपने ख्वाबों के लिए ... गौरवर्णा , सुदर्शना , सुसंस्कृत , मृदुभाषी , गृहकार्य में दक्ष भाव प्रधान नारी - पति की सेवा बच्चों की परवरिश में मशगूल ; ज्ञान-विज्ञान से अपरिचित विविध कलाओं से... Poetry Writing Challenge 183 Share Smriti Singh 15 Jun 2023 · 1 min read अचेतना से चेतना तक हृदय के निलय- आलिंद को मंद पड़ने न दो चिंघाड़ती, दहाड़ती आवाज न सही पर बोलती हुई जिह्वा को रुकने न दो मार्मिक दृश्य हैं, दशा दुर्दशा है, इक टांग... Poetry Writing Challenge 1 158 Share Kamini Khurana 15 Jun 2023 · 1 min read " जीवन चक्र" जिन्दगी……………………….एक पहेली है! ये कल भी अकेलीथी, आज भी अकेली है यूँ तो सफर मे मिलें हम सफर अनेक, पर व्यस्तता के चक्रव्यूह मे खो गये प्रत्येक सीमित साधनो का... Poetry Writing Challenge 248 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read नए पुराने रूटीन के याचक नए साल के पहले दिन लोगों का नया रूटीन है धर्मस्थलों पर जुटे हैं वे अपने कर्तव्य अकर्तव्य अपने आराध्यों को सौंपकर अगले तीन सौ पैंसठ दिन के कील कांटे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 265 Share Smriti Singh 15 Jun 2023 · 1 min read धुंआ डरी आंख नहीं थी, डरी शक्ल थी धुंआ बहुत था पर आग नहीं थी, सुबह न जाने किसकी, राख बहुत थी, हम डरने के अभ्यस्त थे, माहौल था, पर डरने... Poetry Writing Challenge 180 Share Smriti Singh 15 Jun 2023 · 1 min read धोखा इक धोखा, जिसमें ‘खा’ नहीं है सिर्फ ‘धो’ है, जिसमें सत्ता वही है पर खुद को लोकतंत्र से धो रहा है, इक धोखा, जिसमें ‘धो’ नहीं है सिर्फ ‘खा’ है,... Poetry Writing Challenge 200 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read जी करता है ... जी करता है - रूप संवारूँ तोड़ बेड़ियाँँ पंख पसारूँ ; गाऊँ प्रणय के गीत , संग प्रियतम के खेलूँ , उगते सूरज की स्वर्ण किरण - आँँचल में ले... Poetry Writing Challenge 144 Share VINOD CHAUHAN 15 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज शराब हूँ मैं तो महज शराब हूँ महफिलों की शान मैं फिर भी हूँ बदनाम मैं मैं तो महज शराब हूँ जो बेहिसाब पीेते हैं वे बदहवास जीते हैं मैं तो महज... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 2 292 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read मन *मन* विचारों का अथाह सागर है मन! विस्मृत भुली यादों का तरंग है मन! झक्रंत होती बातों का ज्वार है मन! भावविभोर से उमड़ती लहर है मन!..... घटा बन छाने... Poetry Writing Challenge · कविता · खुशी के पल · मन · मन का मौसम · मन की तरंग 6 3 238 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read नारी नारी , तुम जगजननी प्रेममाधुरी उन्मुक्त उर्मिला चंचला जीवन की ज्योति हो ...। तुम शक्तिस्वरूपा सौदामिनी सबला तेजोमय अनमोल मोती हो ...। तुम पुरुष की हृदयस्वामिनी त्याग की प्रतिमूर्ति विधि... Poetry Writing Challenge 1 220 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read मन साफ़ करो अपने मन को साफ करो ना जानबूझ के पाप करो गलती का पश्चाताप करो दूजों की गलती माफ़ करो अपने कार्य को आप करो ख़ुश, अपने मां बाप करो आजाद... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · हिन्दी कविता 1 170 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read उठो वीर सैनिक भारत के ... उठो वीर सैनिक भारत के, माता तुम्हें पुकार रही शत्रु धूर्त है, खड़ा द्वार पर, दानवता ललकार रही । तोड़ आज जंजीरे सारी, प्रहरी बन तुम खड़े रहो मृत्यु तुम्हें... Poetry Writing Challenge 1 194 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read प्यास नहीं बुझती मन की प्यास नहीं बुझती मन की कोई इच्छा करता जीवन की कोई सोचे, खुद ही मरण की किसी को चिंता खावे तन की किसी को तृष्णा लागी धन की कोई तो... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कवि आजाद मंडौरी · कविता · ग़ज़ल · हिन्दी कविता 1 112 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read हौंसला अभी अभी तो पंखों में जान भरी है अभी अभी तो, मैंने ये उड़ान भरी है उड़कर के ये, सारा जहान देखना है धरती देखनी है, आसमान देखना है अपने... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कवि आजाद मंडौरी · कविता · ग़ज़ल · हिंदी Poem 1 119 Share ऋचा पाठक पंत 15 Jun 2023 · 2 min read स्वयंसिद्धा ओ! खंडित - विखंडित स्त्रियों! उठो, अपना निर्माण करो! ओ! भग्न-हृदयाओं, मत विधाता की सृष्टि का अपमान करो। तुममें शक्ति है स्वयं विखंडित होकर भी अन्य को संबल प्रदान करो।... Poetry Writing Challenge · कविता · शक्ति · स्त्री · स्वयंसिद्धा 2 185 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read वो तुम हो मेरे दिल में रहने वाली, वो कोई और नहीं तुम हो मुझे अपना कहने वाली, वो कोई और नहीं तुम ही मुझे ख़्वाब दिखाने वाली, वो कोई और नहीं तुम... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कवि आजाद मंडौरी · कविता · ग़ज़ल · हिंदी 1 141 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read पता नहीं क्यूं गुड मॉर्निंग वाले मैसेज अब आते नहीं है पता नहीं क्यूं गुड मॉर्निंग वाले मैसेज अब आते नहीं है न जाने क्यूं गुड नाईट बोल कर अब हमें सुलाते नहीं है कभी जिनकी चाहत सिर्फ़ हमारे लिए हुआ... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कविता · ग़ज़ल · शायरी · हिंदी Poem 1 173 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read कुदरत और इंसान एक आसमांं तले सारा जहाँँ जहाँँ में एक से दिन औ' रात, एक सी धूप छांव बरसात एक सी हवाएँँ , एक से पल सबकी प्यास बुझाता , एक सा... Poetry Writing Challenge 1 212 Share ऋचा पाठक पंत 15 Jun 2023 · 1 min read शिवरात्रि शिवरात्रि ! मिलन - यामिनी शिव एवं शक्ति की। मधुरात्रि पुरुष एवं प्रकृति की। सारी ऊर्जा, स्वयं में समेटे है। सारा ब्रह्माण्ड, स्वयं में लपेटे है। निर्माण का आधार यह।... Poetry Writing Challenge · ऊर्जा · ब्रह्माण्ड · शक्ति · शिवरात्रि · सकारात्मकता 2 475 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read अब भी वक्त है अब भी वक़्त है संभलने का दुनियां के संग संग चलने का मन का तो काम मचलने का पर सीख, सलीखा ढलने का निरंतर ये समय निकलने का पीछे फ़िर... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कवि आजाद मंडौरी · कविता · ग़ज़ल · हिंदी Poem 1 205 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read इश्क़ में बदनाम हमने अपना जीवन तमाम दे दिया फिर भी बदनामी का, नाम दे दिया हर वक्त तडपने का, काम दे दिया यूं बेचैन रहना सुबह शाम दे दिया उल्टा सब हमको... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कवि आजाद मंडौरी · कविता · ग़ज़ल · हिंदी Poem 1 294 Share Ranjana Mathur 15 Jun 2023 · 1 min read सारंग छंद विश्वास संसार का मूल आधार। होना नहीं चाहिए बीच दीवार।। सारे जहाँ में रहे आपसी प्यार। हो भ्रातृ की भावना युक्त संसार।। आचार है सत्य के संग साकार। है ईश... Poetry Writing Challenge 1 323 Share Ajad Mandori 15 Jun 2023 · 1 min read जीवन की जंग मुसीबत क्या होती है, मैं जानकर आया हूं दूध और पानी को आज छानकर आया हूं आफ़त का दौर बहुत कुछ सिखा गया मुझे अपने और परायों को, पहचानकर आया... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कवि आजाद मंडौरी · कविता · ग़ज़ल · हिन्दी कविता 2 212 Share ऋचा पाठक पंत 15 Jun 2023 · 1 min read शिव-शक्ति लास्य छेड़े वीणापाणि ने वीणा के तार, हुए एकत्र देवगण सभी कैलास। देवों में था छाया आनन्द अपार, हुए सकल शिव आनन्द के दास। अद्भुत नृत्य कौशल हुआ प्रदर्शित, करते तांडव... Poetry Writing Challenge · महारास · लास्य · शिव-शक्ति 1 607 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read मैं बिटिया तेरी परछाई माँँ, मुझे न समझो चीज पराई मैं बोझ नहीं तेरे घर की मैं बिटिया तेरी परछाई । मैं नाजुक सी चिड़िया रंगीन स्वप्न के पंख लिये जब घिरी घने अंधेरों... Poetry Writing Challenge 1 269 Share Previous Page 3 Next