Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 33 Next Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read वक्त 23- ऐ वक़्त न रूठ यूं मुझसे आरजू है, कि चल फिर से वापस उन्हीं गलियों में चलें जहां कैद है, जिंदगी से वो हसीन मुलाकात दिल चाहता है बेसाख्ता... Poetry Writing Challenge · कविता 209 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G15 जहां में मोतबर तुझको अगर इंसान होना है। हुसूल ए इल्म के खातिर तुझे कुर्बान होना है।💖 जो करते रहते हैं दिन रात कोशिश कामयाबी की। नतीजा ऐसे लोगों का... Poetry Writing Challenge 1 76 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया, किसी की बदनामी से किसी का नाम हो गया। जिसकी वफाओं पर था नाज़ हमें बहुत, ज़रूरत में वो यार ख़ुद बेनकाब हो... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · जज़्बात · नज़्म · मुक्तक 1 2 218 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G13 डूब कर इश्क में जीना सिखा दिया तुमने। मोहब्बतों का सलीका सिखा दिया तुमने। बिछड़ के कैसे लिखूंगा मैं कैफियत अपनी। किसी को दर्द का शायर बना दिया तुमने। कोई... Poetry Writing Challenge 1 90 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read नूतन वर्ष ***जो बीत गया , उसे जाने दो, अभिनव संकल्प उपजने दो। नित नए लक्ष्य हों, नए हौसले, नवल सृजन और नए फैसले ।। खुशहाली का मधुमय चिंतन *** नव वर्ष... Poetry Writing Challenge · कविता 217 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G14 कोई हल नहीं मिलता है रोने और रुलाने से । प्यार कम नहीं होता सिर्फ दूर जाने से। ❤️ सिर्फ़ तुम नहीं हो तो दिल कहीं नहीं लगता। दिल सुकून... Poetry Writing Challenge 1 84 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G12 आज उसका प्यार मुझको याद आया है बहुत। उसके इस अंदाज ने मुझको रुलाया है बहुत। 💕 बेवजह ही रूठ जाते हो बताओ किस लिए। मैने मजबूरी का किस्सा तो... Poetry Writing Challenge 1 100 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read होली अब बात कहां वो होली में हफ्तों पहले हर आंगन में दिखती तैयारी होली में, हिंदु मुस्लिम का भेद मिटा मिलते थे तन मन होली में, गांवों की होली शहर... Poetry Writing Challenge · कविता 165 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G11 प्यार अपना दिखा नहीं सकते। इसलिए हम भुला नहीं सकते। ❤️ मैं सिर्फ तेरा हूं सिर्फ तेरा हूं। मुझको तुम आजमा नहीं सकते। ❤️ प्यार को लफ्ज़ दे नहीं सकते।... Poetry Writing Challenge 1 108 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G10 आरजू सारी अधूरी की अधूरी रह गई। रात भर थे साथ लेकिन बात सारी रह गई । 💗 मैंने सोचा था बता दूंगा मैं दिल की कैफियत। सामने उसके न... Poetry Writing Challenge 1 107 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read चूड़ियां अहसासों, जज्बातों के रंगों से सजी कितनी मनमोहक हैं ये धानी चूड़ियां, बचपन में, मिट्टी से चूल्हा लीपते देखी हैं मां के हाथों की खनकती चूड़ियां, मां की उन्हीं टूटी... Poetry Writing Challenge · कविता 183 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G9 कलम ये हुस्न गजल में उतार देता है। शऊर ओ फिक्र को मेरे संवार देता है। यह उसका कर्ज है हमसे अदा नहीं होगा। वह जब भी मिलता है कुछ... Poetry Writing Challenge 1 66 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G8 तेरे आंखों में लग जाए वो ही काजल अच्छा है। तेरे रुखसारों को छू ले वो ही संदल अच्छा है।। अपने ऊपर रखो भरोसा मंजिल भी मिल जायेगी। जो मुश्किल... Poetry Writing Challenge 58 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read रिश्तों का गणित दो या दो से अधिक लोगों के बीच एक अनकहा, अनचाहा नेह सूत्र जो ईमानदारी से गढ़ा जाए तो बेशकीमती और छल से मढ़ा हो तो मकड़ी के जाले सा... Poetry Writing Challenge · कविता 252 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read शब्द आज शब्द बहुत बुझे-बुझे से हैं सीले-सीले से शब्द व्यक्त नही कर पा रहे बिछुड़ जाने की कसक चंद दिनों पहले जो शब्द चहके से थे आज न जाने क्यूं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 218 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G6 सपने हमने आंखों में और पुख्ता इरादा रखा है। अपने टूटे ख्वाबों को आंखों में जिंदा रखा है। इश्क किया तो इश्क किया नफरत की तो शिद्दत से। मेरा जो... Poetry Writing Challenge 76 Share prabodh mishra 11 Jun 2023 · 1 min read माँ की महिमा 1. माँ की गोदी से बड़ी , हुई न अब तक गोद । मातृ गोद में बैठकर, मिलता अमित प्रमोद । जिनको मातृ अभाव हो , दूर नेह का कोष... Poetry Writing Challenge 77 Share prabodh mishra 11 Jun 2023 · 1 min read महाराणा प्रताप 1. राष्ट्रभक्ति मन मे भरी , अडिग रहे जो वीर । राणाप्रताप एक हैं ,सही देश हित पीर । कभी न गिरफ्तार हुए , लौटी अकबर फौज - राणा प्रताप... Poetry Writing Challenge 80 Share Kishore Nigam 11 Jun 2023 · 1 min read (9) डूब आया मैं लहरों में ! छोड़ सब भौतिक द्वंद्वों को साथ लेकर पीड़ित मन को , डूब आया मैं लहरों में । कहाँ अब कुत्सा का वह जाल ? कहाँ अब छलना का वह व्याल... Poetry Writing Challenge 1 240 Share साहिल 11 Jun 2023 · 1 min read ईश्वर है कभी कभी लगता है वो कुछ करता नही, पर ऐसा नहीं वो सब कुछ करता है; कभी ऐसी घटना घटती है कि, उसके अस्तित्व पर हीं सवाल उठता है, देखता... Poetry Writing Challenge 565 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण संदेश उठती हूं रोज की तरह पर कुछ नया नहीं होता, घर के पीछे मंदिर में केवल घंटाध्वनि सुनाई देती है. आजकल मुझे, कोयल की मीठी कूक आपस में गलबहियां... Poetry Writing Challenge · कविता 1 368 Share prabodh mishra 11 Jun 2023 · 1 min read गंगा मैया .1. ज्येष्ठ शुक्ल दशमी दिवस , हुआ अवतरण गंग । दिन ये 'गंगा दशहरा ' , स्नान ध्यान से चंग ।। 2. सिर्फ नदी गंगा नहीँ , संस्कृति खरी प्रतीक... Poetry Writing Challenge 1 88 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G7 पुराने शहर में मेरा मकान बाकी़ है। सब ज़मी दोज़ है लेकिन निशान बाकी़ है। 💖 अभी भी बाकी है कि़स्सा जु़बान पर कोई। ज़हन में लोगों के नामों निशान... Poetry Writing Challenge 1 59 Share Madhavi Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read यादों का झरोखा इक बार चलो फिर लौट चलें यादों के उस वातायन में जहां साथ बिताए अनगिन पल दस्तक देते मन आंगन में कुछ बातें कर्मठ जीवन की कुछ उलझी सुलझी गिरहों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 360 Share Paramita Sarangi 11 Jun 2023 · 1 min read अनकही वहाँ दीवारोँ पर कुछ ना कुछ लिखा था पसंद नापसंद करने को नहीं था विकल्प वहाँ अवसादों से घिरा यह उदास शहर किए जा रहा था समझौता उसकी नीरव भाषा... Poetry Writing Challenge 136 Share Paramita Sarangi 11 Jun 2023 · 1 min read खालीपन " अब मैं देख रही हूँ अनाथालय के साथ साथ वृध्दाश्रम की संख्या भी बढ़ रही है ग़रीबी में परिवार का महत्त्व था एक कमरे में दस लोग रहते थे... Poetry Writing Challenge 73 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G5 अजीब दौर हकी़क़त को ख्वाब लिखने लगे। फक़त चरागों को ही आफ़ताब लिखने लगे। ❤️ हमारे दौर के यह झूठे और फरेबी लोग। सभी लुटेरों को इज़्ज़त मआब लिखने लगे।... Poetry Writing Challenge 42 Share Paramita Sarangi 11 Jun 2023 · 1 min read "चलो तस्वीरें बनाए" जिंदगी जिंदगी को बुला रही थी मेरे भीतर के खालीपन में रात भी थोड़ी थोड़ी मेरी नींद को चुराने लगी थी तुम्हारे भीतर व्याप्त रहने की इच्छा जो अनदेखी थी... Poetry Writing Challenge 103 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G4 हिकायत से लिखी अब तख्तियां अच्छी नहीं लगती। उजड़ जाए अगर तो बस्तियां अच्छी नहीं लगती। हमारा अज्म है हम लौट कर वापस न जाएंगे। मुझे साहिल पे ठहरी कश्तियां... Poetry Writing Challenge 94 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G3 जब तेरी याद के सागर में उतर जाता हूं। मैं कोहिनूर नगीने सा संवर जाता हूं। 💖 अब तो पूरी नहीं होती कोई ख्वाहिश अपनी । अब तो बच्चों की... Poetry Writing Challenge 53 Share SHAILESH MOHAN 11 Jun 2023 · 2 min read शिशुपाल वध नटवर की एक और बुआ थी, नाम था जिसका शृतशोभा, उसके गर्भ से जन्मा बालक अधम अधर्मी हठी महा।(१) जन्मा था वो तीन नेत्र और चार भुजा के साथ ही... Poetry Writing Challenge · कविता 3 4k Share Paramita Sarangi 11 Jun 2023 · 1 min read आहूति सुनसान दोपहर में आहट पवन की पीछे मुड़कर देखा एक छाया, तुम्हारे स्मृति की केले के पेड़ के फटी हुई पन्नों से आधा छिपता, आधा दिखता गुम्बद मंदिर का चेष्टा... Poetry Writing Challenge 82 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G2 बहुत ही महंगा है ये शौक ज़िंदगी के लिए। जो अपनी जिंदगी जीता है हर किसी के लिए। ये फिक्र ओ फ़न की बुलंदी,ये इल्म का जौहर। बहुत ही आला... Poetry Writing Challenge 105 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read जब दर्द न था, जब दर्द न था, जिंदगी का पता न था । अब लंबी उम्र की दुआ , ख़ौफ़ज़दा करती है । अपनी मर्ज़ी से मैं, न आया, न जाऊँगा । होगी... Poetry Writing Challenge 84 Share डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD 11 Jun 2023 · 1 min read G1 खुशी में भी हम अपने आंसुओं के साथ रहते हैं। मुकम्मल हम नही हैं,खामियों के साथ रहते है। लगाकर आग बस्ती में,दिलासा बाद में देना। यह किस्से क्यों हमेशा कुर्सियों... Poetry Writing Challenge 70 Share Kishore Nigam 11 Jun 2023 · 1 min read (8) मैं और तुम (शून्य- सृष्टि ) शून्य से उपजा था जिस क्षण, तुम्हारा वह गरिमामय तन तुम्हारा सहयोगी का रूप ... तुम्हारा सह्भोगी का रूप तुम्हारी पायल की रुनझुन तुम्हारे अभय पदों की धुन तुम्हारी निश्छल... Poetry Writing Challenge 186 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read यूं तो बहुत कुछ नया है जमाने में यूं तो बहुत कुछ नया है जमाने में पुराने मंजर फिर भी हसीन लगते हैं। दुनिया में कोई कमी नहीं छोड़ी उसने। बस कुछ चीजें यहाँ वहाँ छुपा दीं उसने।... Poetry Writing Challenge 130 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read 1 हद की हद है 1 हद की हद है कितनी हद है? क्या हद, बेहद है? 2 जनता नेता को बनाती है , औऱ नेता जनता को। Poetry Writing Challenge 118 Share Dr. Bharati Varma Bourai 11 Jun 2023 · 1 min read आग मेहनत की जलाए रखना आग मेहनत की जलाए रखना ——————————— आग मेहनत की जलाये रखना रास्ते लक्ष्य के तय होते चलेंगे निकल तो सही हाथ में दीप लेके हजारों दिये देख खुद ही जलेंगे... Poetry Writing Challenge 99 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read हर सुबह सूरज बड़ी उम्मीद से हर सुबह सूरज बड़ी उम्मीद से सौम्य, मुस्कराता हुआ आता है । दुनियाँ देख तमतमा जाता है । आग बबूला हो लौट पड़ता है । शाम अस्ताचल में पहुँच, किसी... Poetry Writing Challenge 91 Share साहिल 11 Jun 2023 · 1 min read भिखारी एक पेशा पेशा या मजबूरी गौर करना है जरूरी टूटा हाथ दिखाकर लोगों को गुमराह बनाते हैं, कर्म नही मक्कारी करके अपना काम चलाते है, नजरों से हीं भांप लेते दूर से... Poetry Writing Challenge 438 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read जब से मिला हूँ , जब से मिला हूँ , मैं कहाँ हूँ ? बेखुदी में कह गया दिल की बातें । पहले सा राजदार , मैं कहाँ हूँ ? अक्सर बेखयाल रहता हूँ ,... Poetry Writing Challenge 66 Share Dr. Bharati Varma Bourai 11 Jun 2023 · 1 min read मेरा शहर मेरा शहर ———— मेरा शहर सेवनिवृत्तों का शहर है रोजी-रोटी कमाने कोई कहीं भी चला जाए अपनी जड़ों से जुड़ने लौट कर यहीं चला आता है, बाहर से पढ़ने आते... Poetry Writing Challenge 166 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 11 Jun 2023 · 1 min read प्रतिश्रुति डॉ अरुण कुमार शास्त्री , एक अबोध बालक-अरुण अतृप्त *प्रतिश्रुति* दर्द देकर भी कोई कैसे जी लेता है ।। मनुज होकर मनुज को पीड़ा देता है ।। तंज से भरी... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 172 Share Kishore Nigam 11 Jun 2023 · 1 min read (7) सरित-निमंत्रण ( स्वेद बिंदु से गीला मस्तक--) स्वेद बिंदु से गीला मस्तक , आज इसे तू जल में धो ले ! पौरुष टूट रहा है तेरा , उजड़ चुका है तेरा डेरा पास प्रकृति का सुन्दर घेरा... Poetry Writing Challenge 188 Share अनिल कुमार 11 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है, कभी मिल ना पाऊँ तो भी दिल के तार बज़ाती है। कितनी बार सुनता हूँ उसे सोते-सोते भी... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · ग़ज़ल · दोस्ती प्यार की · नज़्म · प्यार 2 354 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read वो माँ है वो माँ है हमारी सारी बालाएँ अपने सर लेती है । सब कुछ हम पर वार देती है । उसका कर्ज क्या चुकायेंगे ! इतना करें उसके लिये माँ जब... Poetry Writing Challenge 226 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 11 Jun 2023 · 1 min read उदघोष उदघोष डॉ अरुण कुमार शास्त्री, एक अबोध बालक ?अरुण अतृप्त आईना हूँ ठोकर से टूट जाऊंगा ।। बिखरा जो एक बार जुड़ न पाऊँगा।। मुझसे मेरे बजूद के मानी न... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 1 402 Share Kishore Nigam 11 Jun 2023 · 1 min read (6) सूने मंदिर के दीपक की लौ तुम सूने मंदिर के दीपक की लौ बन आओ मैं ज्योति तुम्हारी लेकर झलमल चमक पडूँ ! तुम अन्धकार में किरन रेख बन कौंधो मैं अन्धकार बन सघन समाहित तुमको... Poetry Writing Challenge 426 Share Nanki Patre 11 Jun 2023 · 1 min read किसको है तुम्हारी परवाह स्वैच्छा, स्वाभिमान, स्वकर्तव्य , निहित है तुझ पर तेरा ही मंतव्य। कदम विश्वास का रख चलो पथ पर, किसको है परवाह किसके गंतव्य। उदित हो जाती है चिंताएं होते ही... Poetry Writing Challenge 3 263 Share Previous Page 33 Next