Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

आग मेहनत की जलाए रखना

आग मेहनत की जलाए रखना
———————————

आग मेहनत की जलाये रखना
रास्ते लक्ष्य के तय होते चलेंगे

निकल तो सही हाथ में दीप लेके
हजारों दिये देख खुद ही जलेंगे

तू चल तो दिया अपने रास्ते पर
चल साथी कई आगे भी मिलेंगे

तू आवाज मन की सुनना सदा ही
बहकाने वाले बहुत जन मिलेंगे

रोशनी बन जगमगाना दिलों में
अंधेरे तो ऐसे ही सबको छलेंगे

मेहनत की रोटी पचती सभी को
निकम्मे सदा भीख पर ही पलेंगे

लौट आया रणबाँकुरा अपने देश
ये गर्वित पल सदा मन में खिलेंगे।
———————————-
#डॉभारतीवर्माबौड़ाई

70 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Bharati Varma Bourai
View all
You may also like:
देश अनेक
देश अनेक
Santosh Shrivastava
सावन बरसता है उधर....
सावन बरसता है उधर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
मंजिलें
मंजिलें
Mukesh Kumar Sonkar
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
खंडकाव्य
खंडकाव्य
Suryakant Dwivedi
हे प्रभु !
हे प्रभु !
Shubham Pandey (S P)
पृथ्वी दिवस
पृथ्वी दिवस
Bodhisatva kastooriya
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
Rekha khichi
20-चेहरा हर सच बता नहीं देता
20-चेहरा हर सच बता नहीं देता
Ajay Kumar Vimal
जब सांझ ढले तुम आती हो
जब सांझ ढले तुम आती हो
Dilip Kumar
2573.पूर्णिका
2573.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
लक्ष्य जितना बड़ा होगा उपलब्धि भी उतनी बड़ी होगी।
लक्ष्य जितना बड़ा होगा उपलब्धि भी उतनी बड़ी होगी।
Paras Nath Jha
मुझमें भी कुछ अच्छा है
मुझमें भी कुछ अच्छा है
Shweta Soni
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*नई सदी में चल रहा, शिक्षा का व्यापार (दस दोहे)*
*नई सदी में चल रहा, शिक्षा का व्यापार (दस दोहे)*
Ravi Prakash
मुक्तक।
मुक्तक।
Pankaj sharma Tarun
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
Phool gufran
क्या कहना हिन्दी भाषा का
क्या कहना हिन्दी भाषा का
shabina. Naaz
मैं आग नही फिर भी चिंगारी का आगाज हूं,
मैं आग नही फिर भी चिंगारी का आगाज हूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
जय भोलेनाथ
जय भोलेनाथ
Anil Mishra Prahari
झकझोरती दरिंदगी
झकझोरती दरिंदगी
Dr. Harvinder Singh Bakshi
गलतियां ही सिखाती हैं
गलतियां ही सिखाती हैं
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
प्यार जताने के सभी,
प्यार जताने के सभी,
sushil sarna
ना जाने क्यों तुम,
ना जाने क्यों तुम,
Dr. Man Mohan Krishna
लोगों को जगा दो
लोगों को जगा दो
Shekhar Chandra Mitra
मै भी सुना सकता हूँ
मै भी सुना सकता हूँ
Anil chobisa
चाहे मिल जाये अब्र तक।
चाहे मिल जाये अब्र तक।
Satish Srijan
"छिपकली"
Dr. Kishan tandon kranti
मछली रानी
मछली रानी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
सुनों....
सुनों....
Aarti sirsat
Loading...