Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

ग़ज़ल/नज़्म – एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है

एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है,
कभी मिल ना पाऊँ तो भी दिल के तार बज़ाती है।

कितनी बार सुनता हूँ उसे सोते-सोते भी अकेले में,
पता नहीं लगता कब मन के दरवाजे खटखटाती है।

महकने लगती हैं हवाएं टकरा के उसकी जुल्फों से,
यही सोचने लगती हैं कि वो कौन सा इत्र लगाती है।

चाँद ने भी तो हाथ फैलाया होगा रोशन उससे होने को,
वरना आधा होकर रोशनी उसकी कैसे मीठी आती है।

वो स्वीटी है या क्यूट डॉल या एक अप्सरा ‘अनिल’,
हर पल सबके दिल में सीरत उसकी ही लहराती है।

(सीरत = स्वभाव, प्रकृति)

©✍️ स्वरचित
अनिल कुमार ‘अनिल’
9783597507
9950538424
anilk1604@gmail.com

2 Likes · 247 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार
View all
You may also like:
किसी की परख
किसी की परख
*Author प्रणय प्रभात*
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
Paras Nath Jha
कुंडलिया ....
कुंडलिया ....
sushil sarna
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
Aarti sirsat
दोस्ती
दोस्ती
Mukesh Kumar Sonkar
दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब..
दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब..
अश्क चिरैयाकोटी
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कोई शाम आयेगी मेरे हिस्से
कोई शाम आयेगी मेरे हिस्से
Amit Pandey
2967.*पूर्णिका*
2967.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Intakam hum bhi le sakte hai tujhse,
Intakam hum bhi le sakte hai tujhse,
Sakshi Tripathi
आईना
आईना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
नारी जागरूकता
नारी जागरूकता
Kanchan Khanna
यदि हर कोई आपसे खुश है,
यदि हर कोई आपसे खुश है,
नेताम आर सी
"फर्क"-दोनों में है जीवन
Dr. Kishan tandon kranti
हजारों  रंग  दुनिया  में
हजारों रंग दुनिया में
shabina. Naaz
VISHAL
VISHAL
Vishal Prajapati
जीवन को
जीवन को
Dr fauzia Naseem shad
“Mistake”
“Mistake”
पूर्वार्थ
तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!!
तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!!
Jyoti Khari
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
DrLakshman Jha Parimal
अपार ज्ञान का समंदर है
अपार ज्ञान का समंदर है "शंकर"
Praveen Sain
ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
शिव प्रताप लोधी
इस दरिया के पानी में जब मिला,
इस दरिया के पानी में जब मिला,
Sahil Ahmad
सुखदाई सबसे बड़ी, निद्रा है वरदान (कुंडलिया)*
सुखदाई सबसे बड़ी, निद्रा है वरदान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
**हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर**
**हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कुसुमित जग की डार...
कुसुमित जग की डार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
_सुलेखा.
प्रेम और आदर
प्रेम और आदर
ओंकार मिश्र
बेटी उड़ान पर बाप ढलान पर👰👸🙋👭🕊️🕊️
बेटी उड़ान पर बाप ढलान पर👰👸🙋👭🕊️🕊️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...