Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
305 authors · 6200 posts
Page 33
वक्त
वक्त
Madhavi Srivastava
G15
G15
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ग़ज़ल/नज़्म - दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया
ग़ज़ल/नज़्म - दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया
अनिल कुमार
G13
G13
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
नूतन वर्ष
नूतन वर्ष
Madhavi Srivastava
G14
G14
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
G12
G12
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
होली
होली
Madhavi Srivastava
G11
G11
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
G10
G10
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
चूड़ियां
चूड़ियां
Madhavi Srivastava
G9
G9
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
G8
G8
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
रिश्तों का गणित
रिश्तों का गणित
Madhavi Srivastava
शब्द
शब्द
Madhavi Srivastava
G6
G6
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
माँ की महिमा
माँ की महिमा
prabodh mishra
महाराणा प्रताप
महाराणा प्रताप
prabodh mishra
(9) डूब आया मैं लहरों में !
(9) डूब आया मैं लहरों में !
Kishore Nigam
ईश्वर है
ईश्वर है
साहिल
पर्यावरण
पर्यावरण
Madhavi Srivastava
गंगा मैया
गंगा मैया
prabodh mishra
G7
G7
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
यादों का झरोखा
यादों का झरोखा
Madhavi Srivastava
अनकही
अनकही
Paramita Sarangi
खालीपन
खालीपन
Paramita Sarangi
G5
G5
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"चलो तस्वीरें बनाए"
Paramita Sarangi
G4
G4
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
G3
G3
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शिशुपाल वध
शिशुपाल वध
SHAILESH MOHAN
आहूति
आहूति
Paramita Sarangi
G2
G2
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जब दर्द न था,
जब दर्द न था,
Ravi Ranjan Goswami
G1
G1
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
(8) मैं और तुम (शून्य- सृष्टि )
(8) मैं और तुम (शून्य- सृष्टि )
Kishore Nigam
यूं तो बहुत कुछ नया है जमाने में
यूं तो बहुत कुछ नया है जमाने में
Ravi Ranjan Goswami
1 हद की हद है
1 हद की हद है
Ravi Ranjan Goswami
आग मेहनत की जलाए रखना
आग मेहनत की जलाए रखना
Dr. Bharati Varma Bourai
हर सुबह सूरज बड़ी उम्मीद से
हर सुबह सूरज बड़ी उम्मीद से
Ravi Ranjan Goswami
भिखारी एक पेशा
भिखारी एक पेशा
साहिल
जब से मिला हूँ ,
जब से मिला हूँ ,
Ravi Ranjan Goswami
मेरा शहर
मेरा शहर
Dr. Bharati Varma Bourai
प्रतिश्रुति
प्रतिश्रुति
DR ARUN KUMAR SHASTRI
(7) सरित-निमंत्रण ( स्वेद बिंदु से गीला मस्तक--)
(7) सरित-निमंत्रण ( स्वेद बिंदु से गीला मस्तक--)
Kishore Nigam
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
अनिल कुमार
वो माँ है
वो माँ है
Ravi Ranjan Goswami
उदघोष
उदघोष
DR ARUN KUMAR SHASTRI
(6) सूने मंदिर के दीपक की लौ
(6) सूने मंदिर के दीपक की लौ
Kishore Nigam
किसको है तुम्हारी परवाह
किसको है तुम्हारी परवाह
Nanki Patre
Page 33
Loading...