Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 23 Next Paramita Sarangi 12 Jun 2023 · 1 min read इतिहास वह था एक जर्जर घर का , उपेक्षित कमरा इतिहास के किसी एक गर्वित दुर्ग में,जो सबसे उच्च होने के भ्रम में था मगर उसे पता नहीं था सहर में... Poetry Writing Challenge 2 238 Share Paramita Sarangi 12 Jun 2023 · 1 min read इंतजार सबके पास नहीं होता है विश्वास, क्रांति लाने का स्वीकार करो नहीं होता है लाभ बंजर जमीन में बिज डालने से हमेशा यह संभव नहीं है कि दोनों का मत... Poetry Writing Challenge 1 2 227 Share Paramita Sarangi 12 Jun 2023 · 1 min read "हम तुम बादलों के परे वो जो आशियाना है उसे हम दोनों ने तो पिरोया है नीले आसमान में अपने पंख फैलाए उड़ने वाला सूरज, अँजुरी में एक नई सुबह लिए मुस्कराहट... Poetry Writing Challenge 1 294 Share Paramita Sarangi 12 Jun 2023 · 1 min read "नया साल फिर एक तारीख़ ने करवट लिया थोडे से मोटे चश्मे के काँच में दीवार पर टंगे हुए आईने में मेरे माथे की लकीरें स्पष्ट दिख रहीं थीं ये वक्त भी... Poetry Writing Challenge 209 Share Paramita Sarangi 12 Jun 2023 · 1 min read तेवर मेरे एहसास को पढ़ो लफ़्ज़ों को नहीं कितनी लंबी खामोशी है ख्यालों में तुम हो फिर भी हालातों में तन्हाई है बिखर के बैठा हूँ समुद्र के किनारे सुना कुछ... Poetry Writing Challenge 307 Share Paramita Sarangi 12 Jun 2023 · 1 min read भारत के वीर ले जा.... तुझे लेना है सिर को मेरे ... कितनी बार शहिद होने के लिए, में तो आऊंगा बार-बार, गोलि खाई छाति में नौ महीने की गर्भवती स्त्री न मुझे... Poetry Writing Challenge 1 302 Share Paramita Sarangi 12 Jun 2023 · 1 min read तलाक़ तुम तीन बार बोल दिये तो क्या ? मुझे तो बोलना नहीं था न सुनने थे, वो तीन शब्द तीक्ष्ण कटार जैसे मगर तुमने बोल दिये कितनी सहजता से, सोने... Poetry Writing Challenge 1 141 Share Paramita Sarangi 12 Jun 2023 · 1 min read काश वो माँग रहा था कुछ हाथ फैला कर मुंह फेर लिया तुमने भी द्वितीय ईश्वर हो कर उलझ कर रह गई इच्छाएं रेशमी रिबन के साँप के जैसी उसके झोली... Poetry Writing Challenge 1 115 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 Jun 2023 · 1 min read चयन ऐसा क्यों होता है जब राम आते हैं रावण भी पैदा हो जाते हैं जब कृष्ण आते हैं कंस भी होते ही हैं जब यीशु का अवतरण होता है सूली... Poetry Writing Challenge 243 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 Jun 2023 · 1 min read जरुरी प्यार बहुत जरूरी है दहाड़ भी जरूरी है कोई तुम्हारी इन्सानियत समझ लें तुम्हारा श्रृंगार तुम्हारे गले में हार नहीं तुम्हारी हार का करेगा इंतजार शौर्य की प्राचीर पर स्वाभिमान... Poetry Writing Challenge 200 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 12 Jun 2023 · 1 min read ना मुमकिन डा . अरुण कुमार शास्त्री / एक अबोध बालक / अरुण अतृप्त तुझे भूल जाऊं ये मुमकिन कहाँ है । के जगत भर में डोलूँ तुझसे न बोलूं ये मुमकिन... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 1 2 320 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Jun 2023 · 1 min read कविता : ख़ुद की तलाश में हूँ #विषय : ख़ुद की तलाश में हूँ जाग रहा हूँ स्वप्न सजाकर। गुम हूँ मैं घर में आकर।। प्यास नहीं मिटती बढ़ती है। निज आत्मा ही अब लड़ती है।। कैसे... Poetry Writing Challenge 2 2 261 Share Anjana banda 12 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारे जैसा प्रेम नहीं मैं तुम सरीखा प्रेम नहीं जानती हूं जो चीज तुम्हें सताती है उसे मन में रख पालना जानती हूं हजारों से घिरे तुम जब एक से भी मुस्काते हो... Poetry Writing Challenge · Love · कविता · प्रेम 1 252 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Jun 2023 · 1 min read उलझ नहीं पाते अब चाँद तारों वाले ख़्वाब नहीं आते, कहने को ये रंगीन अल्फाज नहीं आते। करना है दरिया को अब तैरकर ही पार, बस यही सोचकर हम कश्ती नहीं लाते। कोई... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 32 5 641 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 12 Jun 2023 · 1 min read अनघड़ व्यंग एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त अनगढ़ व्यंग माला आन्टी का मलमल गुपचुप कोई कुतर गया अन्जाने सा दुख घर आँगन में देखो देखो पसर गया || बिखरी एक उदासी... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 298 Share Ghanshyam Poddar 12 Jun 2023 · 1 min read मिल जाऊं कहीं यदि चला जाऊंगा एकदिन, शायद मैं तुम्हें छोड़कर दिल तोड़कर तुम्हारा नहीं, रिस्ता जोड़कर आना - जाना, जाना आना लगा रहता है यहाँ रखना याद हमें सदा, विनती है कर जोड़कर... Poetry Writing Challenge · कविता 193 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jun 2023 · 1 min read बस यूँ ही... हमने कब चाहा.. ओढ़ लें चादर ख़ामोशी की.. कुलबुलाते ख्वाबों और मचलती हुई ख्वाहिशों को दबा दें अपने दिल की गहराईयों में कुछ इस तरह कि ज़ज्ब हो जाएं मेरी... Poetry Writing Challenge 156 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 12 Jun 2023 · 1 min read एकांत डॉ अरुण कुमार शास्त्री * एक अबोध बालक **अरुण अतृप्त एकांत जिंदगी से उसकी मुझको ये सबक मिला । वो जैसा दीखता था वैसा तो नही मिला । पंछियों सा... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 209 Share Anjana banda 12 Jun 2023 · 1 min read स्त्रियां और बुद्ध स्त्रियां कहां बुद्ध हो पाती हैं वह तो केवल घर से निष्कासित की जाती हैं फिर इंतजार करती है वह अहिल्या सा, सदियों सदियों तक, ज्ञान के लिए नहीं बल्कि... Poetry Writing Challenge · कविता · बुद्ध · महिला 1 104 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 12 Jun 2023 · 1 min read @घर में पेड़ पौधे@ डॉ अरुण कुमार शास्त्री / एक अबोध बालक * अरुण अतृप्त @घर में पेड़ पौधे@ मानवीय ज़िदगी के बस दो ही आधार है । जिनके बिना ज़िंदगी का सोचना दुश्वार... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 407 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jun 2023 · 1 min read नाम तुम्हारा.. मेरी जिंदगी के हर सफ़े पर नाम तुम्हारा था मेरे दिल की हर धड़कन में नाम तुम्हारा था. सोचा करता था हर लम्हा तुम को... अंधेरी रातों में ढूंढता था... Poetry Writing Challenge 1 163 Share Anjana banda 12 Jun 2023 · 1 min read तुम बिन न रह पाऊंगी तुम अगर साथ नही हो तो क्या लगता है। हम तुम्हारे बिन जी पायेंगे चाहते तो हो तुम दूर जाना पर क्या एक दूजे को भुला पाएंगे रातों में नींद... Poetry Writing Challenge · कविता · प्रेम 3 1 204 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jun 2023 · 1 min read जो अगर.. जो अगर बिखर भी जाऊँ टूट कर तो भी.. क्या कुछ ख़ास होगा मुमकिन है चंद आँखे हों पुरनम कुछ आ भी जाएंगे तबसिरा करने को मेरी जिंदगी पर, कुछ... Poetry Writing Challenge 1 269 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 12 Jun 2023 · 1 min read डॉ अरुण कुमार शास्त्री – एक अबोध बालक // अरुण अतृप्त डॉ अरुण कुमार शास्त्री – एक अबोध बालक // अरुण अतृप्त तख्खलुस तख्खलुस किसी किसी का होता अजीब सा भ्रम की स्थिति करता पैदा बिल्कुल नसीब सा डर डर के... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 342 Share goutam shaw 12 Jun 2023 · 1 min read वफा से वफादारो को पहचानो वफा से वफादारो को पहचानो नहीं तो यही आफत बन जाएं । किया आपने प्रेम से आलिंगन छिपा कर बैठा था वह खंजर। कल जो मेरे जश्न में शामिल थे... Poetry Writing Challenge 7 4 291 Share goutam shaw 12 Jun 2023 · 1 min read ईमानदारी में लिपटा इश्क ईमानदारी में लिपटा इश्क ,कितना ईमानदारी, ईमान से इश्क करने वाले ईमानदार से पूछो। मेहरबानी तो कर मोहब्बत करने वाले, मोहब्बत और ईमानदारी को भी हौसला देना। गिरेबान में मिले... Poetry Writing Challenge 3 2 222 Share goutam shaw 12 Jun 2023 · 1 min read मेरा भी कुछ हिसाब बाकी मेरा भी कुछ हिसाब बाकी सूखे शब्दों के मत भेदों , कुछ -कुछ नरम गरम , भूली – बिखरी कर्म , उलझी – सुलझी धर्म । श्वास कम उम्र ज्यादा,... Poetry Writing Challenge 2 2 189 Share Vandna thakur 12 Jun 2023 · 1 min read दीदार कब होगा तेरा दीदार मोहन उमरिया मोरी बीत रही है, मोरी उमरिया बीत रही है उमरिया आधी हो गई फिर कैसे आऊंगी तेरे द्वार मोहन, मैं कैसे आऊंगी तेरे द्वार... Poetry Writing Challenge · कविता 251 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 12 Jun 2023 · 1 min read आवारगी डॉ अरुण कुमार शास्त्री – एक अबोध बालक – अरुण अतृप्त आवारगी महकती फ़िज़ां में महक जाना कोई अज़ब अज़ाब तो नहीं बहकती ख़िज़ाँ में बहक जाना बानगी के ख़िलाफ़... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 256 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jun 2023 · 1 min read माँ.. माँ तो बस माँ होती है दीया होती है जिन्दगी के अँधेरे में खुशियों में बच्चे की फुलझड़ी सी होती है. तू होती है तो क़दर होती नहीं जो साथ... Poetry Writing Challenge 103 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Jun 2023 · 1 min read एक तुम.. एक तुम ही तो थीं सुन कर जिसकी आवाज़ हो दर्द कितना भी मुस्कुरा देते थे हम, साँसों की गरमी तुम्हारी पिघला देती थी मेरे करीब छायी मायूसी को और,... Poetry Writing Challenge 92 Share Kishore Nigam 12 Jun 2023 · 1 min read (4) ऐ मयूरी ! नाच दे अब ! ऐ मयूरी ! नाच दे अब, कर रहा यह मेघ कब से छाँव तुझ पर ! क्यों अचल से दृग तुम्हारे, आज स्थिर हो रहे हैं ? क्यों सजल सी... Poetry Writing Challenge 1 502 Share Vandna thakur 12 Jun 2023 · 1 min read हरि का घर मेरा घर है है बेटी तेरी कैसी किस्मत जन्म तेरा हुआ था जब भी अनजान सबसे तू। तू यहां नहीं जाएगी तू वहां नहीं जाएगी पाबंदी आती थी और पांव में बेड़ियां जैसी... Poetry Writing Challenge · कविता 390 Share prabodh mishra 12 Jun 2023 · 1 min read उसे पँख फैलाने दो जो रचती संसार उस बेटी को आने दो । जीवन का जो सार उसे पँख फैलाने दो । बेटी ही माता बन सकती । बेटी ही बेटा दे सकती ।... Poetry Writing Challenge 2 3 266 Share Aarti Ayachit 12 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक - "शब्द"(25) शब्द ही प्रेमरूपी फूलों की सौगात, शब्द ही प्रेरणादायी आशाओं का देते साथ, शब्दमोती एक साथ जब एक माला में पिरोएं, रिश्ते बने रहने के लिए संदेश,उपदेश या संवाद का... Poetry Writing Challenge 5 6 554 Share Kishore Nigam 12 Jun 2023 · 2 min read (3) कृष्णवर्णा यामिनी पर छा रही है श्वेत चादर ! कृष्णवर्णा यामिनी पर छा रही है श्वेत चादर ! प्रकृति जिसमें सुप्त था यह विश्व सारा , काल-दिक् सब अपरिभाषित गर्भ में थे ! दुःख औ ' सुख में न... Poetry Writing Challenge 1 328 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 12 Jun 2023 · 1 min read दिलों के खेल दिलों के खेल डॉ अरुण कुमार शास्त्री / एक अबोध बालक अरुण अतृप्त दूरियाँ बढाते जा रहे हो, बात क्या है हमसे नज़रें चुरा रहे हो, बात क्या है। क्या... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 1 409 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 12 Jun 2023 · 2 min read * माथा खराब है * डॉ अरुण कुमार शास्त्री // एक अबोध बालक // अरुण अतृप्त माथा ख़राब है अजि मेरा माथा ख़राब है मुझसे मत उलझना मेरा मन बेताब है।। स्वभाव से हूँ कोमल... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 2 241 Share Ghanshyam Poddar 12 Jun 2023 · 1 min read लथ -पथ है बदन तो क्या? लथ -पथ है बदन तो क्या? काम वतन के नहीं आएंगे क्या ? यह सत्य है कि दुश्मन की गोलियां हमने खाई है अपनी ख़ुशी से दुश्मन को हमने पीठ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 2 354 Share prabodh mishra 12 Jun 2023 · 1 min read मजदूर का आत्म कथ्य हमने युगों युगों का इतिहास लिख दिया, तुम पढ़ नहीं सको तो हमारा है दोष क्या। हमने बहाया श्वेद मातृ भूमि के लिए , हम जिए तो जिंदगी का साज... Poetry Writing Challenge 2 2 202 Share Anjana banda 12 Jun 2023 · 1 min read जीवन जीवन नहीं होता इतना कठिन और भागदौड़ भरा। हम बनाते हैं इसे सब पा लेने की चाह में । कुछ रास्ते होते हैं सीधे और सरल भी । ढूंढ लाते... Poetry Writing Challenge · कविता · जीवन 1 408 Share Bharti Das 12 Jun 2023 · 1 min read आषाढ़ी संध्या घिर आई श्याम रंग घन नभ में छाया आषाढ़ का मास सघन हो आया वर्षा का परिचित स्वर सुनकर नाच रहा मन झूम-झूम कर पादप-विटप लता-तरुओं पर दूर-दूर बिखरे-सूखों पर उमड़-घुमड़ कर... Poetry Writing Challenge · कविता 3 4 351 Share Aarti Ayachit 12 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक-"ख्वाहिशों के रंग हजार" (24) अनगिनत ख्वाहिशों के निखरते अमिट रंग, साए की तरह घेरे हुए मेरा सलोना सा अंतरंग, बदली हुई ज़िंदगी में बदली हुई चाहतों के भी बदलती हुईं तस्वीरें दिखलाएं बदलते हुए... Poetry Writing Challenge 3 664 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 12 Jun 2023 · 1 min read *अजीब आदमी* डा. अरुण कुमार शास्त्री / एक अबोध बालक / अरुण अतृप्त *अजीब आदमी* दर्द देकर भी कोई दवा मांगता है अजीब आदमी है ये क्या मांगता है || दुखों की... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 428 Share Aarti Ayachit 12 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक - "तेरे बिना भी क्या जीना"(23) हर ऋतु मुरझा जाए रे पिया तेरे बिना, खिलती हुई हर बहार का अमूल्य गहना तू ही तो है ना, मेरा जागे है सवेरा तुझसे, ढले हैं सांझ तुझसे काली... Poetry Writing Challenge 3 567 Share Bharti Das 12 Jun 2023 · 1 min read गीता वचन शुभ ज्ञान है पापमोचन-तापशोषण गीता वचन शुभ ज्ञान है, कृष्ण की वाणी सुहानी से सुखद मन प्राण है. जन्म जीवन का जहां है मौत निश्चित है वहां मत शोक कर हे पार्थ तुम... Poetry Writing Challenge · कविता 4 4 222 Share Bharti Das 12 Jun 2023 · 1 min read वधू वसुधा सुख पाने को है मेले जैसा ही है संसार जहां साधनों का लगा भंडार विषय भोग से सजा बाजार लगे भागदौड़ में लोग हजार. परम पिता से बिछड़ रहे हैं लोभ मोह से संवर... Poetry Writing Challenge · कविता 3 238 Share Bharti Das 12 Jun 2023 · 1 min read वक्त हूं मैं बदल जाता हूं हर कर्तव्य निभा जाता हूं वक्त हूं मैं बदल जाता हूं.... देखता हूं सितारों का मेला चांद और सूरज का सब खेला मुदित स्नेह हर्षा जाता हूं वक्त हूं मैं... Poetry Writing Challenge · कविता 2 304 Share Anjana banda 12 Jun 2023 · 1 min read शिक्षा व्यवस्था क्या कोई बता सकता है मन में जो संदेह है मिटा सकता है मेरे स्कूल का आठ का छात्र है बुद्धिहीन हैै, नही शक लेशमात्र है ईंट पत्थर उठा लेता... Poetry Writing Challenge · Education · Mental Child · कविता · शिक्षा व्यवस्था 2 258 Share Bharti Das 12 Jun 2023 · 1 min read वृक्ष हमें तो जीवन देती वृक्ष हमें तो जीवन देती सांसों में खुश्बू भर देती सूरज की किरणों से बचाती नभ से जल की बूंदे लाती हरियाली वृक्षों की न्यारी धरती लगती प्यारी-प्यारी कोयल गाती... Poetry Writing Challenge · कविता 1 139 Share Previous Page 23 Next