Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2023 · 1 min read

शीर्षक – “तेरे बिना भी क्या जीना”(23)

हर ऋतु मुरझा जाए रे पिया तेरे बिना,
खिलती हुई हर बहार का अमूल्य गहना तू ही तो है ना,

मेरा जागे है सवेरा तुझसे, ढले हैं सांझ तुझसे
काली अंधियारी रातों में पूनम के चांद का तुझी से है उजियारा,

जुड़ी है प्रीत जब से,थामी तूने ही मेरे अहसासों की बागडोर,
ज़िंदगी की नाव में पतवार बनकर निभाया साथ, जीवन के हर मोड़ पर ढाल के रूप में खड़े होकर,

पुराने जंजीरों की बेड़ियों में जकड़ी हुई ज़िंदगी
गुलज़ार हुई है तुमसे,
यूं ही साथ बना रहे सदियों तक हमारा,
क्योंकि मेरी हर सांस के अल्फाज़ जन्मते
हैं तुमसे,

ओ मेरे जीवनसाथी तेरे बगैर जीना
कैसे होगा गंवारा,
हम तो हमेशा ही एक-दूसरे का सहारा पाकर हर तूफान में भी बने हैं सशक्त किनारा,

अब तो ईश्वर से करती हूँ एक ही गुज़ारिश
सलामत रखे सदैव आपको,
क्योंकि आप हो तो
नए राग कल-कल ध्वनि से छिड़ते जाएंगे,
जब तक जीवन में मेरे हर गीत के बोल नवीन सुरों से निखरते जाएंगे तब तक||

आरतीअयाचित
स्वरचित एवं मौलिक
भोपाल

3 Likes · 517 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aarti Ayachit
View all
You may also like:
सूरज - चंदा
सूरज - चंदा
Prakash Chandra
टूटा हूँ इतना कि जुड़ने का मन नही करता,
टूटा हूँ इतना कि जुड़ने का मन नही करता,
Vishal babu (vishu)
फिर कभी तुमको बुलाऊं
फिर कभी तुमको बुलाऊं
Shivkumar Bilagrami
सुबह का खास महत्व
सुबह का खास महत्व
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
काल भले ही खा गया, तुमको पुष्पा-श्याम
काल भले ही खा गया, तुमको पुष्पा-श्याम
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
और भी शौक है लेकिन, इश्क तुम नहीं करो
और भी शौक है लेकिन, इश्क तुम नहीं करो
gurudeenverma198
कल भी वही समस्या थी ,
कल भी वही समस्या थी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
तारिणी वर्णिक छंद का विधान
तारिणी वर्णिक छंद का विधान
Subhash Singhai
🌷मनोरथ🌷
🌷मनोरथ🌷
पंकज कुमार कर्ण
काले समय का सवेरा ।
काले समय का सवेरा ।
Nishant prakhar
तुम्हारी छवि...
तुम्हारी छवि...
उमर त्रिपाठी
अक़ीदत से भरे इबादत के 30 दिनों के बाद मिले मसर्रत भरे मुक़द्द
अक़ीदत से भरे इबादत के 30 दिनों के बाद मिले मसर्रत भरे मुक़द्द
*Author प्रणय प्रभात*
*भाता है सब को सदा ,पर्वत का हिमपात (कुंडलिया)*
*भाता है सब को सदा ,पर्वत का हिमपात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अंदर का चोर
अंदर का चोर
Shyam Sundar Subramanian
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
Shweta Soni
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
लोग आते हैं दिल के अंदर मसीहा बनकर
लोग आते हैं दिल के अंदर मसीहा बनकर
कवि दीपक बवेजा
बूढ़ा बरगद का पेड़ बोला (मार्मिक कविता)
बूढ़ा बरगद का पेड़ बोला (मार्मिक कविता)
Dr. Kishan Karigar
जय हिन्द वाले
जय हिन्द वाले
Shekhar Chandra Mitra
अनोखा दौर
अनोखा दौर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"फ़िर से आज तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नहीं कोई लगना दिल मुहब्बत की पुजारिन से,
नहीं कोई लगना दिल मुहब्बत की पुजारिन से,
शायर देव मेहरानियां
कत्ल करती उनकी गुफ्तगू
कत्ल करती उनकी गुफ्तगू
Surinder blackpen
प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
दो दोस्तों में दुश्मनी - Neel Padam
दो दोस्तों में दुश्मनी - Neel Padam
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कभी वैरागी ज़हन, हर पड़ाव से विरक्त किया करती है।
कभी वैरागी ज़हन, हर पड़ाव से विरक्त किया करती है।
Manisha Manjari
ख़्याल रखें
ख़्याल रखें
Dr fauzia Naseem shad
"परिवार एक सुखद यात्रा"
Ekta chitrangini
जन्म कुण्डली के अनुसार भूत प्रेत के अभिष्ट योग -ज्योतिषीय शोध लेख
जन्म कुण्डली के अनुसार भूत प्रेत के अभिष्ट योग -ज्योतिषीय शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...