Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Mar 2023 · 1 min read

जय हिन्द वाले

हम तो जय हिन्द वाले हैं
ज़लज़लों में डेरा डाले हैं…
(१)
कैसे टूटेंगे इतनी जल्दी
वे जो तूफ़ानों के पाले हैं…
(२)
तुम हमारे पैरों को देखो
इनमें सदियों के छाले हैं…
(३)
हंसते हुए जिन्हें पी रहे
वे शुद्ध ज़हर के प्याले हैं…
(४)
जिनको साफ करने चले
वे तो दिमाग़ के झाले हैं…
(५)
अपनी क़लम से तोड़ रहे
तुम्हारे लबों के ताले हैं…
(६)
यही शेर कल नारे बनेंगे
जो आज केवल नाले हैं…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#कवि #lyrics #शायरी #गीतकार #हक
#bollywood #हल्लाबोल #सियासत
#मिशन #राजनीति #सियासत #बेनकाब
#इंकलाब #बगावत #पर्दाफाश #मज़दूर
#क्रांतिकारी #lyricist #rebel #विद्रोही

Language: Hindi
205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वादा करती हूं मै भी साथ रहने का
वादा करती हूं मै भी साथ रहने का
Ram Krishan Rastogi
2321.पूर्णिका
2321.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
परिश्रम
परिश्रम
Neeraj Agarwal
अभिमान  करे काया का , काया काँच समान।
अभिमान करे काया का , काया काँच समान।
Anil chobisa
4. गुलिस्तान
4. गुलिस्तान
Rajeev Dutta
रै तमसा, तू कब बदलेगी…
रै तमसा, तू कब बदलेगी…
Anand Kumar
घबरा के छोड़ दें
घबरा के छोड़ दें
Dr fauzia Naseem shad
"आया रे बुढ़ापा"
Dr Meenu Poonia
ONR WAY LOVE
ONR WAY LOVE
Sneha Deepti Singh
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
Er. Sanjay Shrivastava
खुशनसीबी
खुशनसीबी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
Ravi Prakash
दो ही हमसफर मिले जिन्दगी में..
दो ही हमसफर मिले जिन्दगी में..
Vishal babu (vishu)
परख: जिस चेहरे पर मुस्कान है, सच्चा वही इंसान है!
परख: जिस चेहरे पर मुस्कान है, सच्चा वही इंसान है!
Rohit Gupta
सुनो सुनाऊॅ॑ अनसुनी कहानी
सुनो सुनाऊॅ॑ अनसुनी कहानी
VINOD CHAUHAN
प्रतिबद्ध मन
प्रतिबद्ध मन
लक्ष्मी सिंह
कभी महफ़िल कभी तन्हा कभी खुशियाँ कभी गम।
कभी महफ़िल कभी तन्हा कभी खुशियाँ कभी गम।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
लज्जा
लज्जा
Shekhar Chandra Mitra
अवधी मुक्तक
अवधी मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
राखी है अनमोल बहना की ?
राखी है अनमोल बहना की ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
स्त्री श्रृंगार
स्त्री श्रृंगार
विजय कुमार अग्रवाल
तुम्हें लिखना आसान है
तुम्हें लिखना आसान है
Manoj Mahato
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
शेखर सिंह
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
Are you strong enough to cry?
Are you strong enough to cry?
पूर्वार्थ
अभिरुचि
अभिरुचि
Shyam Sundar Subramanian
बदलते रिश्ते
बदलते रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
Buddha Prakash
सूरज आएगा Suraj Aayega
सूरज आएगा Suraj Aayega
Mohan Pandey
शेष
शेष
Dr.Priya Soni Khare
Loading...