Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 21 Next सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read याद है,याद रहेगा तू मुझे याद था,याद है,याद रहेगा कुछ इस तरह दूर होकर भी पास रहेगा इन बहती सर्द हवाओं के सौरभ में तुझे छू कर गुजरने का एहसास रहेगा बिछड़ कर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 108 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read पेड़ १.फल,फूल,बारिश,छाया ये कहां से लाओगे कब तक यूं शज़र काटकर नई बस्तियां बसाओगे।। २.न पूछो किसी से तुम घर का पता मेरा इक शजर के बगल से जाता है रास्ता... Poetry Writing Challenge · मुक्तक · शेर 1 122 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read सौंदर्य वर्णन उसके माथे पर गेसू, उसके कानों में बाली चांद से सुंदर मुखड़ा है और है होठों पर लाली उसके सौंदर्य वर्णन को शब्द नहीं मिलते हैं उपमान फिके लगते हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 88 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read अगर हम कभी भी फिर मिले अगर हम कभी भी फिर मिले जिंदगी के किसी मोड़ पर तो फिर लौट आएंगी सभी स्मृतियां याद आएंगे साथ बिताए सभी पल मन में ऊपज जाएगा वो अनकहा प्रेम... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 1 57 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read कल वो ढहे थे,कल तुम ढहोगे आज सभी आम-जन के घर में मची हुई है तबाही कारण कोई और नहीं है बस है तो सिर्फ महंगाई दूध,दवा और राशन की कीमत ने जेबों में आग लगाई... Poetry Writing Challenge · कविता 1 75 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read खामोश रहना बेहतर कभी-कभी दूरियों की वजह होते है कुछ सवाल जिनके जवाब पास नहीं होते होती तो है करने को मन में अनगिनत बातें मगर जवाब के अभाव में सहम जाते है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 109 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है। ग़ज़ल 1222/1222/1222/1222 जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है। शहर जैसा नहीं तो क्या हमारा गांव अच्छा है।1 वहां की धूल मिट्टी याद आती नाव कागज... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 191 Share Bodhisatva kastooriya 13 Jun 2023 · 1 min read विनम्रता विनम्रता करुणा की प्रथम पाठशाला है! हीन -भाव उसकी ज्वलंत यञशाला है!! विनम्र रहकर भी कभी तेज मत खोना, निस्तेज जीवन मानव की वेधशाला है!! Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 1 179 Share साहिल 13 Jun 2023 · 1 min read शोषण पोषण के नाम पर शोषण हर जगह है शोषण चाहे हो रेल चाहे हो जेल हर जगह है शोषण का खेल कहीं श्रम शोषण कहीं यौन शोषण कहीं मन का... Poetry Writing Challenge 1 607 Share Srishty Bansal 13 Jun 2023 · 1 min read जाते हो.....❤️ ❤️अपने हर इक अंदाज़ से मुझे अपना दीवाना बना जाते हो !🌹 🌹चाहे कितना भी जीने की ख्वाहिश करूं , अपनी मुस्कान से बार-बार मेरा यूं कत्ल कर जाते हो... Poetry Writing Challenge · कविता 3 234 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read कविता : चुनौती स्वीकार चुनौती हर लेगा। इतिहास नया वही रचेगा।। मोड़ नये पल-पल आएंगे। सीख नयी पर सिखलाएंगे।। सोच अकेले होगा चलना। पीर मिले फिर भी है खिलना।। सूर्य अकेला ही चलता... Poetry Writing Challenge 1 228 Share Bodhisatva kastooriya 13 Jun 2023 · 1 min read विदंबना बालापन के साथी, किशोरावस्था के सहपाठी! यौवन के हमराही,बृद्धावस्था की तुम हो लाठी!! तुम जीवन के आलम्ब,तुम्ही जीवन प्रतिबिम्ब! सानिध्य तुम्हारे बिन,मेरी क्या कद क्या काठी? जीवन संघर्ष की तुम... Poetry Writing Challenge · कविता 282 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read कविता : मंदिर की वो शंख ध्वनि मंदिर की वो शंख ध्वनि, बने भक्ति का सार। शीतल पावन मन करे, देती शाँति अपार।। पुष्प सरिस कोमल लगे, लगती सर्द बयार। झरने की कलकल लगे, पायल की झंकार।।... Poetry Writing Challenge 2 434 Share सतीश पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read गोरी का आंचल लहराता गोरी का आंचल लहराता ... लहर लहर कर उड़ता तन से . मचल मचल कर वक्षस्थल से करता घायल मेरा अंतर ,, उन लहरों में मन रमता है ..... Poetry Writing Challenge 208 Share Anjana banda 13 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारा प्रेम कभी अधरों की मुस्कान तो कभी नैनो का नीर हो तुम । कभी जलती धूप तो कभी शीतल समीर हो तुम । यह तुम्हारा प्रेम ही तो है । भिन्न-भिन्न... Poetry Writing Challenge · Love · कविता · प्रेम 1 248 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read जीना सिखा दिया कैसे करू मैं यारा, उस गम की शुक्रिया तन्हाइ के आलम में जो जीना सिखा दिया, पीना सिखा दिया | यू ही तकलीफ की हालत, गुजर जाती है यू तो... Poetry Writing Challenge · कविता 196 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read इतना आदर मेरे जेहन में तेरा, इतना आदर है जैसे कड़ी ठंढ में, नहाने के बराबर है। मुझमें जो बहता, तेरे प्रेम का सागर है जैसे बिजली छूने के बराबर है ।... Poetry Writing Challenge · कविता 171 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read चैन से जिंदगी मुझे ना कही मिल रहा सुकून था ले आया मुझे यहाँ ऐसा जुनून था शराब नाम अगर तो क्या हुआ यारों ये दवा है दर्द का - ये दवा है... Poetry Writing Challenge · कविता 268 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 13 Jun 2023 · 1 min read उठो पुत्र लिख दो पैगाम उठो पुत्र लिख दो पैगाम धरती पर जन जन के नाम हिंसा नहीं प्रेम बरसाओ लाओ धरा पर नया विहान उठो पुत्र लिख दो पैगाम एक पिता है एक ही... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 714 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read कवि हृदय जीवन की वो स्मृतियां जो अंकित होती हृदय पृष्ठ पर वही रंगोली चित्रित होती अंतर्मन के पत्रों पर । कवि की मुद्राएं अलग अलग वह कई तरह से लिखता है... Poetry Writing Challenge 228 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read अभिलाषा अद्भुत ज्ञान, अलौकिक छवि, सुंदर मन की अभिलाषा । निज हृदय प्रेम धारण करके, सबके उर रहने की आशा ।।१ सम्बन्ध सभी से अच्छा हो, ना हो ईर्ष्या ना आवेश।... Poetry Writing Challenge 252 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 13 Jun 2023 · 1 min read महाकाल का संदेश बोले कालों के महाकाल, सुन धरती के इंसान रे छलक रहीं अमृत की बूंदें, पान करो इंसान रे हिंसा छोड़ो जीवन जोड़ो, प्रेम का दो पैगाम रे दुर्लभ मनुज जन्म... Poetry Writing Challenge · कविता 631 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read मधुमास अहा! मधुमास…….. सुबह दिनकर का आगमन करती धूप आनन्दित मन मद्धम-मद्धम,चटक-चटक हवा मे जाती भटक-भटक चढते दिन का ताप तेज देता मष्तिष्क को संदेश है, मिलन की सुन्दर आस अहा!मधुमास…………१... Poetry Writing Challenge 253 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read दर्पण सत्य भाव स्वयं में लेकर, भित्ति टंगा इठलाय। यथा नाम तथा गुण है, दर्पण नाम कहाय ।। १ दर्पण देख मन का स्वयं, सब देगा बतलाय। जो सम्मुख है और... Poetry Writing Challenge 170 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read महात्मा महात्मा बुद्ध, विदुर महात्मा वेदव्यास, कालिदास महात्मा नवदुर्गा का संदेश समझकर लक्ष्मीबाई हुई महात्मा । आर्यभट्ट का शोध, पतंजलि का योग महात्मा कपिल मुनि का तप देख, भागीरथ हुए महात्मा... Poetry Writing Challenge 208 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read वसंत पञ्चमी उषाकाल में दिनकर देख,पर्ण बीच कली मुस्काई मंद मंद मकरंद बयार, दौड़ी पवन संग चलि आयी । पक्षियों का कलरव सुन, मन हृदय अह्लादित होता वन बाग उपवन वाटिका मे,... Poetry Writing Challenge 243 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read असर अब निशा की नीरवता आधुनिकता की भव्यता को समर्पित होकर सादगी भरे जीवन को मार रही ठोकर पर चोट तो दिखती नही वह बाजारों की तरह बिकती नही वह तो... Poetry Writing Challenge 208 Share rubichetanshukla 781 13 Jun 2023 · 2 min read #पावन बेला प्रातः काल की # पावन बेला प्रातः काल की, सब उठ कर के ध्यान करो, आलस त्यागो बिस्तर छोड़ो, या फिर घर के काम करो। योग करो या ध्यान लगाओ, चाहें कदम दो चार... Poetry Writing Challenge · कविता 330 Share Priya princess panwar 13 Jun 2023 · 1 min read प्यास तो मैंने रखी है! तेरे लिए दिल में जगह खास मैंने रखी है तेरी उम्मीद और दिल में आस मैंने रखी है। तेरी चाहत है मुझे तेरी चाह मैंने रखी है चाह बनी तड़प... Poetry Writing Challenge 4 1 241 Share Priya princess panwar 13 Jun 2023 · 1 min read ऐसा ही होगा! अगर दिल होगा तो एतबार भी होगा ऐतबार होगा तो प्यार भी होगा प्यार होगा तो धोखा भी होगा धोका होगा तो दर्दे-मौका भी होगा दर्द होगा तो हमदर्द भी... Poetry Writing Challenge 4 1 372 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज एक ख्वाब हूँ मैं तो महज एक अकेला हूँ कभी खुशनुमा सा कभी गुमनुमा सा मैं तो महज एक ख्वाब हूँ कभी सजा कभी संवरा कभी टूटा कभी बिखरा मैं तो महज एक... Poetry Writing Challenge · कविता 2 384 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read कई चोट हृदय पर खाई है कई चोट हृदय पर खाई है बस पीर ही पीर पाई है झरनों से अधिक धारा मैंने निस-दिन आँखों से बहाई है बागो में जाना छोड़ दिया भंवरों को बुलाना... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 2 448 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read हरे-हरे खेतों की ओढ़नी हरे-हरे खेतों की ओढ़नी अपनी काया को उढ़ाती है फूलों के आभूषण पहन कर अम्बर को धरा रिझाती है दो बूँद प्रेम भी उस पर बरसाता नहीं है अम्बर धरा... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 1 377 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read ख़ास से आम बनाना ज़रूरी था ख़ास से आम बनाना ज़रूरी था उस का ग़ुरूर मिटाना ज़रूरी था क़ुदरत का क़त्ल किए जा रहे थे ज़मीं पर ज़लज़ला आना ज़रूरी था नफ़रतों के चराग़ बुझाने की... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 2 274 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read मेघ बरसते हैं आँगन में मेघ बरसते हैं आँगन में, तरुवर पर कोयल गाती है। माटी की सोंधी ख़ुशबू, बचपन की याद दिलाती है। बिना किसी संकोच के, बरखा में नहाया करते थे। अंजुरी में... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 1 222 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज वक्त हूँ मैं तो महज एक वक्त हूँ कहीं समय का फेर हूँ कहीं घड़ी भर देर हूँ मैं तो महज एक वक्त हूँ न कोई सीमा मेरी न कोई गरीमा मेरी... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 3 332 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read तू रूबरू हो कर भी हमसे मिलता नहीं तू रूबरू हो कर भी हमसे मिलता नहीं बेरुखी के धागे से ज़ख़्म सिलता नहीं मिरी कैफ़ियत पे पत्थर भी रो पड़ा मगर ये संगदिल इंसाँ पिघलता नहीं जुगनुओं से... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 1 247 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read पत्थर से दिल लगाने चले हैं पत्थर से दिल लगाने चले हैं फिर नई चोट खाने चले हैं इंसान भी वो बन न सका लोग जिसे मसीहा बनाने चले हैं कभी लबों से चूमा था जिस... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 2 229 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read मेरा मन बैरागी हो गया मेरा मन बैरागी हो गया, गिरिधर तुम से अनुराग कर। जोगन बन बैठी हूँ मैं, संसार के सब रंग त्याग कर। यूँ लगता है मेरे देह में, तेरी आत्मा समाई... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 1 110 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read आँखों में मायूसी का मंज़र क्यों है आँखों में मायूसी का मंज़र क्यों है अँधेरा ही अँधेरा मिरे अंदर क्यों है जिस की छाँव में पलि मै बीस बरस ख़ुदा ने छीना वो शजर क्यों है ये... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 1 144 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read पूस की ठंडी रात में पूस की ठंडी रात में, बिना लिहाफ़ के भटक रहा। नील गगन में चाँद बावरा, किसके विरह में सुबक रहा। उतर के नदिया के पानी में, छुप-छुप के अश्रु बहाता... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 2 131 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read ये रात बावरी मुझे बेचैन कर जाएगी ये रात बावरी मुझे बेचैन कर जाएगी सवा तीन तक मुझे नींद कहाँ आएगी फ़ुरक़त में चलेगी तिरी याद की लूह दिसंबर की सर्दी भी मुझको जलाएगी आज अखरती है... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 1 131 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज एहसास हूँ मैं तो महज एहसास हूँ कभी अपनों सा कभी सपनों सा मैं तो महज एहसास हूँ दिल में सुकून सा मन में जुनून सा मैं तो महज एहसास हूँ दबी... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 3 247 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read मुद्दतों से तुम्हारा दीदार न मिला मुद्दतों से तुम्हारा दीदार न मिला क़ल्ब-ए-तपाँ को क़रार न मिला इक-इक कर बिक गयीं खुशियाँ सारी ग़मों का कोई ख़रीदार न मिला कब से आज़ुर्दा हूँ फ़रेब-ए-वफ़ा से तिरे... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 1 178 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read बादलों की खिड़की से बादलों की खिड़की से, बार-बार झाकता है। बद-नज़र चाँद मेरी ओर, सारी रात ताकता है। साँझ ढले मेरी खोज में, चाँद फलक पर आया। मैं दरिया किनारे बैठी थी, वो... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 2 145 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read सदियाँ लगीं संभलने में सदियाँ लगीं संभलने में दिल का ज़ख़्म भरने में हाथ समुन्दर का ही है नदियों को खाली करने में मेरे पाँव नहीं थकते उनकी गलियों में चलने में सोलह बरस... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 1 119 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read त्याग के सारी भाषाएँ त्याग के सारी भाषाएँ, बस ब्रज की बोली बोलूँगी। श्याम तुम्हारी नगरी में, मैं जोगन बन कर घूमूँगी। निस-दिन तेरी मुरली की, मुझे तान सुनाई देती है। जहाँ कहीं भी... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 1 152 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read तुम से उम्मीद–ए–हिमायत बहुत है तुम से उम्मीद–ए–हिमायत बहुत है लिहाजा मुझे तुम से शिकायत बहुत है कोई तूफ़ाँ न गिरा सका मिरा आशियाँ ख़ुदा की मुझ पर इनायत बहुत है जिन के क़ुर्ब में... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 1 171 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read मैंने कितना ढूंढा उस को मैंने कितना ढूंढा उस को ब्रज, मथुरा, वृन्दावन में। अपने भीतर झाँख के देखा, श्याम था मेरे अंतर्मन में। साँझ को जमुना तट पर, वो मुरली मधुर बजाता था। मैं... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 1 128 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read पेशे से मज़हब का ठेकेदार लगता है पेशे से मज़हब का ठेकेदार लगता है वो आदमी मुझे दिमागी बीमार लगता है मैं मलूल रहूँ तो ये भी मुस्कुराता नहीं आईना मुझे सच्चा ग़म-गुसार लगता शब भर इसे... Poetry Writing Challenge · Ghazal · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Urduadab · Writtenbytrishikadhara 138 Share Previous Page 21 Next