Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6221 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read कीमत कीमत…. पापड बेलकर कमाने वालों की नहीं, पापड़ बिलवाकर कमाने वालों की है…. बेलने वाले रुपया कमाते हैं, बिलवाने वाले लाखों कमाते हैं… जानते हुए भी हम, बेलने वाले बने... Poetry Writing Challenge 139 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मजदूर की व्यथा यह शरीर है साहब बीमारी भी इसी में है और भूख भी …… इसी में …… इल्जाम मत दो मुझे बाहर निकलने के लिए, डरता हूं मैं, बीमारी से पहले... Poetry Writing Challenge 98 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read “वक्त“ मत दो मुझे, “वक्त“ मत दो मुझे, मशगूल रहने दो जरा भी “वक्त” मिला तो मैं नहीं रहूंगा किसी की याद में … उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 85 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read हम तो खाली हाथ थे लुटा कर बैठा महफिल में था सब अपना, क्या पता था, लूटने वाले फिर भी ना छोड़ेंगे… गम इस बात का नहीं के लुटे को लूट लिया, अफसोस रहा के,... Poetry Writing Challenge 96 Share Anand Kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है… मेरी कलम से… आनन्द कुमार इश्क़ मुस्कुराता है प्रेम सब कुछ कह जाता है ज़िंदगी में जब रिश्ता अटूट बन जाता है आँचल लहराकर प्रिये के हाथों में हो जाता... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 296 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मुर्दों के जज़्बात मुर्दों के जज़्बात नहीं होते, उनके अपने तो होते हैं मगर पास नहीं होते, दिख जाते कहीं / कभी अपने, तो आज हम यहां श्मशान में नहीं होते….. सुकून में... Poetry Writing Challenge 1 66 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read जीवनसंगिनी की याद आज अचानक तुम्हारी याद आई है जब मैं आईना देख रहा हूं अब सजने सवरने का क्या मतलब जब जिंदगी में अकेले काट रहा हूं आज याद आ रही है... Poetry Writing Challenge 62 Share Kamini Khurana 15 Jun 2023 · 1 min read " जी लो यारों कुछ कहने का, कुछ सुनने का,कुछ करने का वक्त न अब तुम ढूंढो यारों कठपुतली का खेल है जग ये,कब गिरकर फिर उठ न सकेंगे अनुमान नहीं है इसका यारों... Poetry Writing Challenge 4 215 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read विरानो से निकलकर जख्म- ए- निशान थे बहुत, दिल पर, कलेजा मुंह को आया था, देख कर। कलेजे को सीने में दफना क्या लिया है हमने, विरानो से निकलकर, अब जिंदगी, जिंदगी सी... Poetry Writing Challenge 78 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read टूटा दिल टूट गया हूं शीशे सा, अगर कोई समेटने भी आता है ना…. …उसको भी चुभ जाता हूं उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 62 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मेरी बेचैनी दिन इंतजार में है रातें आंसुओं में है और कितना सब्र करूं, यह तो बतला दो मुझे… उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 83 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read अपनों की भूख का डर रुक जा अब तो के अब बहुत हुआ, बक्श दे सबको के अब बहुत हुआ, जी लेने दे सबको के अब बहुत हुआ, अब तो खुद का कत्ल हुआ सा... Poetry Writing Challenge 78 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरी महफिल तेरी महफिल चर्चा ए आम हो गई, थोड़ी सी नजरे फेर हम चले क्या आए, जिक्र था जुबां पर सबकी, अब क्या रोशन समा करेगी, चिराग थे महफ़िल की जो... Poetry Writing Challenge 94 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read ऐ जिंदगी ऐ जिंदगी नादान न समझ मुझे ऐ जिंदगी, सीखा भी तुझी से हूं, और जीना भी तेरे साथ है…. अब समझ लिया है तेरे उतार-चढ़ाव को, अब कुछ शर्त हमारी... Poetry Writing Challenge 77 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरा अक्स तेरा अक्स इस कदर आंखों में समाया है , जहन में तेरा ख्याल आते ही , दिल को सुकून मिल जाता है… आंखें बंद कर , दो बातें क्या कर... Poetry Writing Challenge 85 Share Priya princess panwar 15 Jun 2023 · 1 min read नियति! हताश न हो निराश न हो अपने दुःखों से अंतर्मुखी न हो कटु सत्य है ये जीवन का न धरा पर ऐसा कोई जो दुःखी न हो। प्रकृति के चित्रण... Poetry Writing Challenge 3 2 71 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरा ख्वाब तेरे ख्वाब ख्वाब हूं तेरी आंखों का, मंजिल हूं तेरी राहों का, रोज भरते हो दरिया आंखों में, बसा कर हमें अपनी सांसो में, देख कर तस्वीर हमारी, आहें भरते... Poetry Writing Challenge 332 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मां मां का एक दिन नहीं, मां से ही सब दिन है…. मां ही दिन का उजाला है, मां ही शक्ति है, मां ही ऊर्जा है, मां की प्रेणना ही सही... Poetry Writing Challenge 221 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरी याद तेरी याद ज़िंदगी जीने नहीं देती, यादें भूलने नही देती, क्या पता किस मोड़ पर मिल जाए दुबारा, इसलिए, इंतजार कर जीए जा रहे है… उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 68 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read “पापा आप बहुत याद आते हो” “पापा आप बहुत याद आते हो” “पापा आप बहुत याद आते हो” रोज़ दिन आता है बीत जाता है, पर तुम नहीं आते….. याद आती है, आखो मे पुरानी तस्वीरे... Poetry Writing Challenge 1 2 218 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read हम पत्थर हैं हम पत्थरो को हथौड़ी की चोट खानी ही है, क्योंकि हमसे कुछ अमीरों के ताजमहल जो बनने हैं उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 67 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read पिता की अस्थिया रूह कॉप रही थी, पिता की अस्थिया समेटते-समेटते, पल भर में बेसाया हो गए थे. आसू पोछते-पोछते, आस्तीन के सापों से बचाया,माँ ने अपने आचल में समेटते-समेटते, दुनिया की तपिस... Poetry Writing Challenge 1 64 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जब अपना साया ही शाम होते-होते हजारो रंग दिखा जाता है…… उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 1 101 Share कृष्ण मलिक अम्बाला 15 Jun 2023 · 1 min read जीने का हुनर जीने का हुनर सीख लीजिये आनंद दीजिये आनंद लीजिये अच्छे की इज्जत कीजिये बेशक आधी बुरे को सम्मान दुगुना दीजिये अच्छे को प्रोत्साहन दीजिये कर्म से बुरे को मारिये दुगुने... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 2 167 Share कृष्ण मलिक अम्बाला 15 Jun 2023 · 2 min read अनुभव की माला जो कर्म को आईना बना कर आगे बढ़ते हैं उनकी तस्वीर बहुत चमकदार बनती है खा खा के ठोकरे सीखते जाते हैं तजुर्बे तभी तो उनकी छवि खुश्बूदार बनती है... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 1 236 Share कृष्ण मलिक अम्बाला 15 Jun 2023 · 2 min read बोलो बेटों बताओ बेटों आज के बेटे पिछड़ रहे हैं क्या कारण है इसको जानने के लिए कुछ पंक्तियाँ बोलो बेटों बताओ बेटों आँखों ही आँखों में बेशक , दर्द तो जताओ बेटों ।... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कविता 218 Share कृष्ण मलिक अम्बाला 15 Jun 2023 · 1 min read गुरु की महिमा हर पल हर क्षण , उस गुरु का ध्यान करूं | कृपा है उसकी अनन्त , क्या महिमा का बखान करूं | ज्ञान की जोत जो जलाए , मन अंधियारे... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कविता 179 Share Rajesh vyas 15 Jun 2023 · 1 min read दुनियां बताए अपने गम __ कविता एक संकट जाता नहीं दूसरा सामने आ जाता है। होता जो गरीब सुखचैन से रोटी कहां खा पाता है।। समस्याएं कितनी होती है साथ उसके वही जाने। जमाने भर को... Poetry Writing Challenge · कविता 3 266 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read घूर गांवों में शहराती गांवपंथियों के बीच में घूर लग जाता है सबेरे-सकाल सूरज उगकर भी नहीं उगता या उगता है देर से अक्सर इन कुहासा भरे शीत दिवसों में ऊष्मादायी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 420 Share कृष्ण मलिक अम्बाला 15 Jun 2023 · 2 min read जागरूक हों आज के अंधियारे युग में आंखें खुली मन मूंद लिया क्या आधुनिकता की छाया है । अन्याय हो दूसरों के संग वीडियो बना सकती है दुनिया मदद करनी हो तो कह देती ये तो प्रभु... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कविता 282 Share Dr. Man Mohan Krishna 15 Jun 2023 · 1 min read 34. मानवता की आवाज गरीब, मजदूर, बेबस, लाचार, पिछड़े, किसानों, के लिए सरकार से, हम कल भी लड़ते थे, हम आज भी लड़ते हैं ।। जबतक साँसे चलेंगी मेरी, ये जंग हमारी जारी रहेगी... Poetry Writing Challenge · कविता 173 Share कृष्ण मलिक अम्बाला 15 Jun 2023 · 1 min read हर माँ से है गुजारिश नन्हें की माँ से है आज एक गुजारिश ज्यादा कुछ नहीं बस एक छोटी सी सिफारिश आज से एक नवजीवन की शुरुआत करे वर्षगांठ के साथ कुछ और बातें याद... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कविता 193 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read जीवन हमारा रैन बसेरा जीवन हमारा रैन बसेरा मूर्ख करता है मेरा मेरा प्राण का पंछी बंद पिंजरे से उड़ना चाहता है स्वच्छंद हाड़, मां का बना है कारा इस पिंजरे में ऋषि का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 88 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read औरत की हँसी कोई औरत यदि हँस रही है तो जरूर कोई मार्के की बात होगी, अच्छी बात होगी यह औरत के पक्ष की बात हो सकती है मर्द पर उनकी जीत की... Poetry Writing Challenge · कविता 1 453 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read अतीत के सपनों का देखा मैने घर के आंगन में गुलाब को देखा उस पर तितलियों के झुरमुट को देखा विभिन्न रंगों के गुलाबों को देखा तितलियों को गुलाब पर मंडराते देखा कभी ऊपर-नीचे कभी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 190 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read रिम झिम रिम झिम वर्षा आई… बादल गरजे बिजली कड़की रिम झिम रिम झिम वर्षा आई संग अपने खुशियां हजार लाई बच्चों ने छाता ले नाव चलाई रिम झिम रिम झिम वर्षा आई… मिट्टी से सौंधी... Poetry Writing Challenge · कविता 184 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read घर फुटपाथ ही जिनका घर है कहने को घर वे बच्चे ईंट से ईंट सजाकर घर बनाना खेल रहे हैं मां बाप उनके इन्हीं ईंट के भट्ठे के मालिक का घर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 315 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read तुम मेरी क्या हो ? तुम तो स्वच्छ चांदनी सी कोमल वंदनी तुम मेरी क्या हो हृदय की रागनी हो या स्पर्श प्रथम हो तुम मीठी चुभन हो या प्रणय की वेदना हो तुम उम्र... Poetry Writing Challenge · कविता 163 Share Manu Vashistha 15 Jun 2023 · 1 min read याद आए दिन बचपन के रहते थे हम बन ठन के याद आए दिन बचपन के। करते थे मनमानी याद आ गए नाना नानी झूठमूठ सबको सताते, नाच दिखाते ठुमक ठुमक के याद आए दिन... Poetry Writing Challenge 229 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read आया मौसम बरसात का आया प्यार भरा मौसम बरसात का नई नई उमंगों और तरंगों का ढ़ोल, मंजीरे, शराब और मस्ती का मन में भरी प्यारी उमंगों का चलो बरसात के महीने में मस्ती... Poetry Writing Challenge · कविता 330 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read कैलेंडर नया पुराना रात को सोया जब कैलेंडर ज़िंदा था मेरे शयनकक्ष में टंगा सुबह देखा हर्फ हर्फ उसके निस्तेज हो गए हैं गर्दनें लटक कर उनकी भेंट चढ़ गई हैं समय की... Poetry Writing Challenge · कविता 1 251 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read निस्वार्थ प्रेम का नाम है पापा दुनिया में निस्वार्थ प्रेम का नाम है पापा टूटे हिम्मत तो कभी हौंसले का नाम है पापा डरे मन तो हिम्मत का नाम है पापा कड़ी धूप में छांव का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 740 Share Sûrëkhâ Rãthí 15 Jun 2023 · 1 min read *मन का समंदर* *मन का समंदर* समंदर की लहरें कब हवा हो जाती है पता ही नहीं चलता कब धुआं हो जाती है ओस की बुंदों की तरह कुछ पल को दिखतीं हैं... Poetry Writing Challenge · कविता · मन का तूफान · मन का समंदर · मन की बात · साहित्यपीडिया 7 8 344 Share Dr. Man Mohan Krishna 15 Jun 2023 · 2 min read 18. तेरी जिंदगी से बहुत दूर चले जाना है तेरी जिंदगी से बहुत दूर चले जाना है, फिर न लौट कर इस दुनिया में आना है । बस अब बस बहुत हुआ, अब किसी का भी चेहरा, इस दिल... Poetry Writing Challenge · कविता 153 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read लोहा ही नहीं धार भी उधार की उनकी जो कुछ बुरा है अपने जीवन में किया-धरा नहीं अपना वह उनने धरा दिया जबरन और अनधिकार उनके जीवन में जो भी दिखती है धार वह सब है बहुजनों से... Poetry Writing Challenge · कविता 1 344 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read सजना मेरे आजा रे… आजा रे…आजा रे… सजना मेरे आजा रे… तुझे प्रीत के गीत बुलाएं तू कहां छिपा रे आजा रे…आजा रे… सजना मेरे आजा रे… खुशी के दिन प्रीत के क्षण वो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 229 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read तुम तुम प्यार भरी अंखियां हो तुम सौंदर्य का एक रस हो मन की वीणा की सरगम हो दिल में उठती एक उमंग हो उम्र की दहलीज का एक कदम हो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 204 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read कभी कम न हो… चाहो तो ऐसे चाहो कि चाहत कभी कम न हो उड़ो तो ऐसे उड़ो कि हिम्मत कभी कम न हो हंसों तो ऐसे कि मुस्कराहट कभी कम न हो जख्म... Poetry Writing Challenge · कविता 1 189 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read रूठी प्रियसी हे प्रिये तुझे अहसास नहीं मेरे दर्द का तुझे अहसास नहीं जिंदगी का तुझे अहसास नहीं समय सागर से मिलेगा एक दिन इसका तुझे अहसास नहीं भोली भाली कलिया सी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 166 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 15 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारा विश्वास न था पत्तों में हुई सरसराहट मगर कोई पास न था तुम आओगी यहां मुझे विश्वास न था… राहों में देखे सुर्ख फूल बहुत से तेरे अधरों के सुर्ख होने का आभास... Poetry Writing Challenge · कविता 1 169 Share Previous Page 2 Next