सतीश पाण्डेय Poetry Writing Challenge 189 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सतीश पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read गोरी का आंचल लहराता गोरी का आंचल लहराता ... लहर लहर कर उड़ता तन से . मचल मचल कर वक्षस्थल से करता घायल मेरा अंतर ,, उन लहरों में मन रमता है ..... Poetry Writing Challenge 168 Share सतीश पाण्डेय 11 Jun 2023 · 1 min read कलमकार से मत गाओ गीत वासना में भीगे ,,श्रृंगार आज की मांग नहीं है .. ओ कलमकार कुछ बात आज की कह डालो .. यह मत भूलो की काव्य शक्ति का वरदान... Poetry Writing Challenge 75 Share सतीश पाण्डेय 11 Jun 2023 · 1 min read डर लगने लगा मुस्कान से पहचान बढकर हो गई है आज इन्सान से। हर कदम पर डर लगने लगा मुस्कान से । प्रीति को दूषित किया है आज हमने इस तरह , आज डर लगने... Poetry Writing Challenge 2 194 Share सतीश पाण्डेय 10 Jun 2023 · 1 min read प्रेम का विस्तार प्यार को बांटे, सब को अपना बना लें जरूरी कभी नहीं रहा ,खून के रिश्तों का होना यशोदा ,कृष्ण ,एक प्राण दो देह स्नेह की डोरी से सबको बांध ,... Poetry Writing Challenge 253 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read योगेश्वर बनो सत्य की गर्दन मरोड़ने का कार्य अनवरत जारी गढ़ रहे हैं सत्य की नई परिभाषाएं देखते देखते हर एक के सामने उतर रहे हैं द्रोपती के वस्त्र कृष्ण अदृश्य ,पुकार... Poetry Writing Challenge 1 196 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read ऐसे ही तुम्हे पैसे का बुखार ,,सही कहो न यार ,, या वही बोतल की धार ,,या फिर नदिया के पर .. मिला जब से ताज ,भैया आप ही को राज नहीं... Poetry Writing Challenge 1 252 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read नेत्र सजल कुछ चिर पुलकावनि क्यों नेत्र सजल है जबकि तुम समीप ही बैठी हो,, साये सी बनी,, छाया किये फिर शीतल समीर क्यों कमजोर कौन सी पीड़ा ह्रदय मुक्त .मृदुल स्पर्श... Poetry Writing Challenge 1 276 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read जन्नत चिंतन ऐसा हो ,जिससे आपका वंदन हो । काम ऐसा हो जिससे बंद जन क्रंदन हो ..। जन की पीड़ा को एकबार समझ कर तो देखिये । दीन दुखियों को... Poetry Writing Challenge 1 178 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read मुक्तक रोज बिक रहे हैं सामान की तरह .। कर रहे बर्ताव हैवान की तरह । आखों में स्वार्थ के सिवा कुछ नहीं , रोज खुल बंद हो रहे दुकान की... Poetry Writing Challenge 1 207 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read दस्तक सुन नहीं पाया दस्तक ख़ुशी खटखटाती रही रात भर मैं प्रपंचों की चादर ताने , ओढ़ कर पूरे विश्व को सुधारता रहा समाज ,काल , परिस्थिति । भगाता रहा शांति... Poetry Writing Challenge 1 64 Share सतीश पाण्डेय 7 Jun 2023 · 1 min read मेरी अभिलाषा बंद हो देश में निरंकुश पाने का राज अविलम्ब स्वार्थी समाज निर्जीवी हो बुद्धि हो विवेक हो सुधिजन होवे देश में प्रजातंत्र लोकतंत्र फिर से चिरजीवी हो ;; शासक अब... Poetry Writing Challenge 2 212 Share सतीश पाण्डेय 6 Jun 2023 · 1 min read मुश्किल से पैदा होते है दो चार इंसान मुश्किल से पैदा होते है दो चार इंसान , टिके रहते हैं बुराइयों के खिलाफ , मौका पाकर मन नहीं बदला करते , कहीं की सुनहरी सुबह या रंगीन शाम... Poetry Writing Challenge 3 159 Share सतीश पाण्डेय 6 Jun 2023 · 1 min read एक मुक्तक बातों से ही चल रहा पर्यावरण बचाब। सबका दृढ़ संकल्प हो तभी बचेगी नाव। तभी बचेगी नाव छोड़ के मिथ्याभाषण। रोक प्रकृति खिलबाड़ अन्यथा जग संहारण।। Poetry Writing Challenge 231 Share सतीश पाण्डेय 6 Jun 2023 · 1 min read सभ्यता गुम हो गई है **सभ्यता गुम हो गई है कहीं और असभ्य आदमी ढूंढ रहा है उसको बहुत लगन से बाजारों में , थककर, कबाड़ो और बूचड़खानों में आदमी आदमी की टांग खींच ,समय... Poetry Writing Challenge 181 Share सतीश पाण्डेय 6 Jun 2023 · 1 min read कुछ घर और हर एक की बात कुछ घर और हर एक की बात पत्नी जो एक बार पति पर तनी तनती ही जाती है उसके तनने की क्रिया पतियों को बहुत भाती है भाने का कारण... Poetry Writing Challenge 207 Share सतीश पाण्डेय 6 Jun 2023 · 2 min read हमको क्या हो गया है चेहरे पर अब वह स्वाभाविक मुस्कान शर्म ,चेहरे की गुलाबी रंगत , जाने कहां गुम हो गई है अब शर्म से,लोग मरते नहीं ज्यादा जिंदा रहते है , वह मस्ती... Poetry Writing Challenge 142 Share सतीश पाण्डेय 5 Jun 2023 · 1 min read मां की छाती नंगी मत कर हरे दरखत काट दिए बेशर्मी लाद कर बचे नहीं शजर, कुछ तो रहम कर मां की छाती नंगी मत कर,रहने भी दे कुछ हरी घास। मान जा ,मान जा नव... Poetry Writing Challenge 338 Share सतीश पाण्डेय 5 Jun 2023 · 1 min read भूल जाना ही श्रेयस्कर है कुछ नाम ,कुछ यादें,कुछ लोग ,कुछ स्थान , और बहुत कुछ भूल जाना ही अच्छा है, तुम्हारे मन मस्तिष्क को बीमार करते, तुम्हारी नींद चुराते , दीवारों में घुसे हुए... Poetry Writing Challenge 44 Share सतीश पाण्डेय 5 Jun 2023 · 1 min read मुक्तक खोटे सिक्कों का बाजार फल फूल रहा हर रोज यहाँ । विश्वास करे किसके ऊपर तिमिर भरा हर दिवस यहाँ । इतना लाचार कभी नहीं देखा मनु की संतानों को... Poetry Writing Challenge 172 Share सतीश पाण्डेय 5 Jun 2023 · 1 min read पतंग मुझे उससे बहुत शिकायत है जिसके हाथ में पतंग तो है पर धागे की कमी है ; न जाने यह पतंग उड़ाने वाला कैसा आदमी है; गर पतंग उड़ानी है... Poetry Writing Challenge 186 Share सतीश पाण्डेय 5 Jun 2023 · 1 min read जिंदगी न सर को झुकाओ जरा सर उठाओ ......... मिली जिन्दगी ,जिन्दगी गुनगुनाओ ... अँधेरे से निकलो ,उजाले में आओ ........ कदम पर है मंजिल कदम तो बढाओ .... दिलों में... Poetry Writing Challenge 321 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read बेकार हमेशा वह धन है परमार्थ की खातिर आया नहीं ... बेकार हमेशा वह धन है परमार्थ की खातिर आया नहीं ... धिक् है वह जीवन जिसने कभी देश का कष्ट बंटाया नहीं , धिक्कार हमेशा उस कवि को जिसने सोये... Poetry Writing Challenge 185 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read सबने झेली ठंडी रातें और झुलसा देने वाले दिन ; सबने झेली ठंडी रातें और झुलसा देने वाले दिन ; फिर क्यों होते हो हताश ,त्याग समर तुम दूर खड़े .. आ फिर से रणभेरी और हुँकार भरो पूरा जग... Poetry Writing Challenge 152 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read दर्द पराया देखकर , छलके नयनन नीर । दर्द पराया देखकर , छलके नयनन नीर । गीत ,गजल ,कविता तभी , होती है गम्भीर ।। होती है गम्भीर , सत्य का क्रम न टूटे । दीन हीन लाचार... Poetry Writing Challenge 251 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read सच को सच कहना हुआ ,अब मुश्किल की बात सच को सच कहना हुआ ,अब मुश्किल की बात । ठकुर सुहाती जो कहे , करे मजे दिन रात ।। करे मजे दिन रात , झूठ की दुनियादारी। सच को... Poetry Writing Challenge 132 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read हमको अपने देश पर, कैसे हो अब नाज । हमको अपने देश पर, कैसे हो अब नाज । नफरत, हिंसा , द्वेष की , अग्नि सुलगती आज ।। अग्नि सुलगती आज , फुलाते फिर भी सीना । खत्म किया... Poetry Writing Challenge 173 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read गोरी तेरे गाल पर रंगों की भरमार, गोरी तेरे गाल पर रंगों की भरमार, इंद्रधनुष फीके लगें ,भला करें करतार । भला करें करतार बैगनी नीले पीले । हरे गुलाबी लाल , कपोलन दिखें रसीले । कह... Poetry Writing Challenge 186 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read कोरोना की वृद्धि में , रहे चंद जयचंद । कोरोना की वृद्धि में , रहे चंद जयचंद । राष्ट्र द्रोह में रत सदा , नीच मूढ़ मतिमंद ।। नीच मूढ़ मतिमंद , नहीं कुछ चिंता इनको। अपनों से निज... Poetry Writing Challenge 238 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read भारत माता को नमन , नमन प्राण प्रिय देश । भारत माता को नमन , नमन प्राण प्रिय देश । नमन शहीदों को सदा , जो हैं आज विशेष।। जो हैं आज विशेष , जान न्योछावर करके । वन्दनीय शुचि... Poetry Writing Challenge 158 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read मिले नयन से नयन जब , हुई बहुत बरसात । मिले नयन से नयन जब , हुई बहुत बरसात । नहीं किसी ने कुछ कहा , पर पुलकित जज्बात।। पर पुलकित जज्बात , मौन फिर भी ना टूटा । मुलाकात... Poetry Writing Challenge 245 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read भूख ,गरीबी छोड़कर , मजहब पर नित जंग । भूख ,गरीबी छोड़कर , मजहब पर नित जंग । दुश्मन भी खुश हो रहा , देख हमारे ढंग ।। देख हमारे ढंग , सियासत बढ़ती रहती । बटे रहे सब... Poetry Writing Challenge 107 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read कड़वी बातें अधिकतर , दें हितकर सन्देश। कड़वी बातें अधिकतर , दें हितकर सन्देश। अपना लें हम सब सदा , बुरा न मानें लेश।। बुरा न मानें लेश , सत्य के द्वार खोलना । सही गलत में... Poetry Writing Challenge 162 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read हारा है तो कुछ नहीं , मानें दिल से हार हारा है तो कुछ नहीं , मानें दिल से हार दुगने जोश खरोश से लड़ना अगली बार लड़ना अगली बार चूक का पता लगाओ कैसे मिलती जीत एकजुट आगे आओ... Poetry Writing Challenge 143 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read जाने कैसी हो गयी , प्रतिभा की तस्वीर । जाने कैसी हो गयी , प्रतिभा की तस्वीर । कौए निर्धारित करें , हंसों की तकदीर ।। हंसों की तकदीर , समय की है बलिहारी । गधे मनाते मौज ,... Poetry Writing Challenge 195 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read शासन में नित हो रहे , अनुचित उचित प्रयोग । शासन में नित हो रहे , अनुचित उचित प्रयोग । कुरसी पर कब्जा सदा ,जोड़ तोड़ के योग ।। जोड़ तोड़ के योग , दम्भ से सीना ताने । सच... Poetry Writing Challenge 130 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read तेरे दिल तक पहुंचते , मेरे सब अल्फाज। तेरे दिल तक पहुंचते , मेरे सब अल्फाज। कलम पकड़ने में मुझे , होता है शुचि नाज।। होता है शुचि नाज , बात है अहसासों की । इक दूजे की... Poetry Writing Challenge 216 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read तुलसी मानस लिख हुए , भक्त शिरोमणि आज तुलसी मानस लिख हुए , भक्त शिरोमणि आज । कबिरा बीजक रच हुआ , संतो में सरताज।। संतो में सरताज , सूर है सूर्य निराला । कठिन काव्य का प्रेत... Poetry Writing Challenge 218 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read मानवता अब मर गयी , मर्यादा है दूर । मानवता अब मर गयी , मर्यादा है दूर । रोज सियासत कर रही , नफरत के दस्तूर।। नफरत के दस्तूर , मिटी समरसता सारी । छल ,हिंसा , भय ,द्वेष... Poetry Writing Challenge 181 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read पल पल शर्मिंदा दिखे , लोकतंत्र हर रोज । पल पल शर्मिंदा दिखे , लोकतंत्र हर रोज । पर प्रहरी के भाल पर , छल प्रपन्च का ओज ।। छल प्रपन्च का ओज , दम्भ है इतना छाया ।... Poetry Writing Challenge 117 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read होली बच्चों की भली , निर्मल मन के रंग । होली बच्चों की भली , निर्मल मन के रंग । त्याग कलुषता , बैर सब , खेलें सबके संग ।। खेलें सबके संग , रंग मन के अलबेले । उड़ते... Poetry Writing Challenge 173 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read काली रातों में करे , कितने काले काम । काली रातों में करे , कितने काले काम । पर दिन में उनके पुजे , अतिशय पावन धाम ।। अतिशय पावन धाम , हो गया दूभर जीना । झूठ औऱ... Poetry Writing Challenge 186 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read बिन मुहूर्त ही जन्म ले , इस जग में इंसान। बिन मुहूर्त ही जन्म ले , इस जग में इंसान। बिन मुहूर्त ही पहुँचता , प्रतिदिन वह श्मशान।। प्रतिदिन वह श्मशान , सोचता फिर भी ज्यादा । शुभ मुहूर्त की... Poetry Writing Challenge 49 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read पानी सिर से बह रहा , जाय पानी सिर से बह रहा , जाय भाड़ में देश । किये करोड़ो खर्च जब ,,तब ये बने विशेष ।। तब ये बने विशेष ,भरा घर केवल अपना । लोकतंत्र... Poetry Writing Challenge 65 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read जाने है किस बात का , इतना बड़ा गुरूर। जाने है किस बात का , इतना बड़ा गुरूर। शरमाई हठधर्मिता , लोकतंत्र बेनूर । । लोकतंत्र बेनूर , हो रहीं मन की बातें । उधर कृषक मजबूर , खुले... Poetry Writing Challenge 50 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read कुंडलिया नैतिकता की बात जब,करे सियासी तंत्र । ऐसा लगता भेड़िया,जपे अहिंसा मन्त्र जपे अहिंसा मन्त्र साथ में बगुला भक्ती। मौका मिलते हजम करे जनता की शक्ती। बच कर रहना मित्र... Poetry Writing Challenge 40 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read मन की मन में रह गयी , साध लिया व्रत मौन । मन की मन में रह गयी , साध लिया व्रत मौन । पाण्डे ऐसे दौर में , सच सुनता है कौन ।। सच सुनता है कौन ,समय की है बलिहारी... Poetry Writing Challenge 76 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read नफरत से इंसान का ,जग में हो उपहास । नफरत से इंसान का ,जग में हो उपहास । एकमात्र बस प्यार ही , भरता मन उल्लास ।। भरता मन उल्लास , हारती कटुता प्यारे । समरसता का सूत्र ,... Poetry Writing Challenge 35 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read खादी पर नित लग रहे , तरह तरह के दाग । खादी पर नित लग रहे , तरह तरह के दाग । लेकिन जनता के लिए , अच्छे दिन के राग ।। अच्छे दिन के राग , लगा वाचाली साबुन ।... Poetry Writing Challenge 37 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read समरसता दिखती नहीं, कलुषित है परिवेश। समरसता दिखती नहीं, कलुषित है परिवेश। मजहब पर नित बहस कर, तोड़ रहे हैं देश।। तोड़ रहे हैं देश, एकता घायल दिखती। मरते राम-रहीम, अमन की आह निकलती। रोग, आपदा,... Poetry Writing Challenge 96 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read कोई भी सुनता नहीं , अब जनता की बात । कोई भी सुनता नहीं , अब जनता की बात । मठाधीश इतने मगन , बिगड़ गये हालात । बिगड़ गए हालात , रहे कैसे खुशहाली । जेबें इनकी मस्त ,... Poetry Writing Challenge 86 Share Page 1 Next