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4 Jun 2023 · 1 min read

सच को सच कहना हुआ ,अब मुश्किल की बात

सच को सच कहना हुआ ,अब मुश्किल की बात ।
ठकुर सुहाती जो कहे , करे मजे दिन रात ।।
करे मजे दिन रात , झूठ की दुनियादारी।
सच को कारावास , न्याय को संकट भारी ।
दरबारी हो राग , चलेगा सब कुछ कहना ।
अब मुश्किल की बात ,हुआ सच को सच कहना ।।
सतीश पाण्डेय

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