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4 Jun 2023 · 1 min read

मिले नयन से नयन जब , हुई बहुत बरसात ।

मिले नयन से नयन जब , हुई बहुत बरसात ।
नहीं किसी ने कुछ कहा , पर पुलकित जज्बात।।
पर पुलकित जज्बात , मौन फिर भी ना टूटा ।
मुलाकात का दृश्य , धैर्य बरसों का छूटा ।
दिखे उन्ही के स्वप्न , स्वप्न में शयन हुआ तब ।
हुई बहुत बरसात , नयन से नयन मिले जब ।।
सतीश पाण्डेय

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