बात उनकी कभी टाली नहीं जाती हमसे
Not longing for prince who will give you taj after your death
* गीत प्यारा गुनगुनायें *
कौन सा जादू टोना करते बाबा जी।
मुहब्बत है साहब तिजारत नहीं है
अतिथि देवोभवः
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बज्जिका के पहिला कवि ताले राम
आजकल गजब का खेल चल रहा है
दोहा-विद्यालय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बहुत हो गया कोविद जी अब तो जाओ
सनातन परम सत्य, पुनर्जन्म l
*नव दुर्गास्तुति* इसे गाकर पढ़े। आनंद आएगा
रात का आलम था और ख़ामोशियों की गूंज थी