Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2024 · 1 min read

होरी खेलन आयेनहीं नन्दलाल

होरी खेलन आए नही नंदलाल!
सोच सोच मोए होय मलाल!!

फीके लागै रंग लाल नीले -पीले!
अंगिया चोली सबही है गई गीले!!
ग्वाल बाल सब फेक रहे गुलाल!
होरी खेलन आए नही नंदलाल!!

पूछै ग्वाल बाल औ छोरा -छोरी
ऐसी का कर दीन्ही मैनै बरजोरी?
जो रूठ गयौ मोतै मेरो बृजलाल!!
होरी खेलन आए नही नंदलाल!!

समझ गई मै कान्हा तेरी ढिठाई ,
काऊ नै तेरी बंसी होय लुकाई!!
या राधे संग हुईऐ मदनगुपाल!
होरी खेलन आए नही नंदलाल!!

गोकुल,नंदगँ|व बरसानै तोय ढूढौ!
मथुरा बृन्दावन कुन्ज गली मै ढूढौ!!
ढूढ ढूढ तोय मै अब भई बेहाल!
होरी खेलन आए नही नंदलाल!!

बोधिसत्व कस्तूरिया एडवोकेट,कवी,पत्रकार
202 नीरव निकुजं,फेस-2,सिकंदरा,आगरा-282007
मो:9412553093

51 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Bodhisatva kastooriya
View all
You may also like:
मेरा प्रदेश
मेरा प्रदेश
Er. Sanjay Shrivastava
जहां तक तुम सोच सकते हो
जहां तक तुम सोच सकते हो
Ankita Patel
कैसे भुल जाऊ उस राह को जिस राह ने मुझे चलना सिखाया
कैसे भुल जाऊ उस राह को जिस राह ने मुझे चलना सिखाया
Shakil Alam
2325.पूर्णिका
2325.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हिन्दी दोहा लाड़ली
हिन्दी दोहा लाड़ली
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
.
.
Ms.Ankit Halke jha
राम कहने से तर जाएगा
राम कहने से तर जाएगा
Vishnu Prasad 'panchotiya'
दर्द और जिंदगी
दर्द और जिंदगी
Rakesh Rastogi
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सड़क जो हाइवे बन गया
सड़क जो हाइवे बन गया
आर एस आघात
एक शेर
एक शेर
Ravi Prakash
राष्ट्रीय किसान दिवस
राष्ट्रीय किसान दिवस
Akash Yadav
फेसबूक में  लेख ,कविता ,कहानियाँ और संस्मरण संक्षिप्त ,सरल औ
फेसबूक में लेख ,कविता ,कहानियाँ और संस्मरण संक्षिप्त ,सरल औ
DrLakshman Jha Parimal
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
Shweta Soni
अपने आलोचकों को कभी भी नजरंदाज नहीं करें। वही तो है जो आपकी
अपने आलोचकों को कभी भी नजरंदाज नहीं करें। वही तो है जो आपकी
Paras Nath Jha
मेरी माटी मेरा देश भाव
मेरी माटी मेरा देश भाव
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
■ याद रखिएगा...
■ याद रखिएगा...
*Author प्रणय प्रभात*
नव वर्ष पर सबने लिखा
नव वर्ष पर सबने लिखा
Harminder Kaur
मन के झरोखों में छिपा के रखा है,
मन के झरोखों में छिपा के रखा है,
अमित मिश्र
ज़िंदगी ने कहां
ज़िंदगी ने कहां
Dr fauzia Naseem shad
'क्यों' (हिन्दी ग़ज़ल)
'क्यों' (हिन्दी ग़ज़ल)
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
"लेकिन"
Dr. Kishan tandon kranti
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
आस्था और भक्ति की तुलना बेकार है ।
Seema Verma
💐प्रेम कौतुक-287💐
💐प्रेम कौतुक-287💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Surinder blackpen
मोहब्बत तो आज भी
मोहब्बत तो आज भी
हिमांशु Kulshrestha
***कृष्णा ***
***कृष्णा ***
Kavita Chouhan
मौज में आकर तू देता,
मौज में आकर तू देता,
Satish Srijan
सितम ढाने का, हिसाब किया था हमने,
सितम ढाने का, हिसाब किया था हमने,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मा शारदा
मा शारदा
भरत कुमार सोलंकी
Loading...