Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

हार नहीं मानूंगा

क्या लगता है मैं रुकूँगा
नहीं, असंभव।
क्या लगता है मैं झुकूँगा
नहीं, असंभव।।

कष्टों को खूँटी पर रखकर
सूर्य से नज़र मिलायेंगे ।
असि मनोबल की लेकर
रण-भूमि में भिड़ जाएंगे ।।

हम खुद से नौका बनाएंगे
और खुद ही पार लगाएंगे ।
अब उनसें क्या ही आस रखे
जो बाते सिर्फ बनाएंगे ।।

संघर्षो की आँधी में हम
अपना दीप जलाएंगे ।
तूफानों की क्या मजाल
जो जलते दीप बुझायेंगे ।।

रोकेंगी मुझकों आँधी क्या
मैं पर्वत बन टकराऊँगा।
बरसेगा मुझपर अम्बर क्या
मैं उसकों आँख दिखाऊँगा ।।

विघ्नों से नही डरने वाला
न हाथ खड़े करने वाला ।
पुरुषार्थ ही मेरा ईश्वर है
मैं स्वयं भाग्य लिखने वाला ।।

संघर्ष पथ बढ़ते चलूँगा
कर्म नीत करते चलूँगा।
हार मानूँगा नही
अहसान माँगूँगा नही ।।

#motivation

Language: Hindi
1 Like · 16 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दोस्ती तेरी मेरी
दोस्ती तेरी मेरी
Surya Barman
"सस्ते" लोगों से
*Author प्रणय प्रभात*
मजदूर
मजदूर
Namita Gupta
कुछ इस लिए भी आज वो मुझ पर बरस पड़ा
कुछ इस लिए भी आज वो मुझ पर बरस पड़ा
Aadarsh Dubey
"बीज"
Dr. Kishan tandon kranti
I am a little boy
I am a little boy
Rajan Sharma
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खुद के वजूद की
खुद के वजूद की
Dr fauzia Naseem shad
"बेरोजगार या दलालों का व्यापार"
Mukta Rashmi
💜💠💠💠💜💠💠💠💜
💜💠💠💠💜💠💠💠💜
Manoj Kushwaha PS
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Dr Shweta sood
हंसना - रोना
हंसना - रोना
manjula chauhan
इंसान
इंसान
विजय कुमार अग्रवाल
महाशक्तियों के संघर्ष से उत्पन्न संभावित परिस्थियों के पक्ष एवं विपक्ष में तर्कों का विश्लेषण
महाशक्तियों के संघर्ष से उत्पन्न संभावित परिस्थियों के पक्ष एवं विपक्ष में तर्कों का विश्लेषण
Shyam Sundar Subramanian
हमने देखा है हिमालय को टूटते
हमने देखा है हिमालय को टूटते
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चश्मा,,,❤️❤️
चश्मा,,,❤️❤️
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दूरियां ये जन्मों की, क्षण में पलकें मिटातीं है।
दूरियां ये जन्मों की, क्षण में पलकें मिटातीं है।
Manisha Manjari
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
थे कितने ख़ास मेरे,
थे कितने ख़ास मेरे,
Ashwini Jha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
एक हसीं ख्वाब
एक हसीं ख्वाब
Mamta Rani
जब भी अपनी दांत दिखाते
जब भी अपनी दांत दिखाते
AJAY AMITABH SUMAN
*राखी के धागे धवल, पावन परम पुनीत  (कुंडलिया)*
*राखी के धागे धवल, पावन परम पुनीत (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
Manoj Mahato
मेरे मरने के बाद
मेरे मरने के बाद
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
बेख़ौफ़ क़लम
बेख़ौफ़ क़लम
Shekhar Chandra Mitra
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
Devesh Bharadwaj
खुशी -उदासी
खुशी -उदासी
SATPAL CHAUHAN
Loading...