हर वर्ष जला रहे हम रावण
हर वर्ष जला रहे हम रावण
पर कहाँ खत्म कर पाए हम रावण
दिनदुने बढते जा रहे हैं रावण
कहाँ छोड़ता कन्याओ को रावण
नही सुरक्षित आँखे तरेरता रावण
नही खोफ करता कानून का रावण
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद
हर वर्ष जला रहे हम रावण
पर कहाँ खत्म कर पाए हम रावण
दिनदुने बढते जा रहे हैं रावण
कहाँ छोड़ता कन्याओ को रावण
नही सुरक्षित आँखे तरेरता रावण
नही खोफ करता कानून का रावण
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद