Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2019 · 1 min read

हम लड़खड़ाए फिर संभल कर चल दिए।

सब अपनी मजबूरियां उठाए चल दिए
हम लड़खड़ाए फिर संभल कर चल दिए।

कौन रोकेगा लुटेरों को वतन को लूटने से
हम कुछ सुस्त कुछ तेज कदम से चल दिए।

अब मयस्सर न रहा कुछ सुकून के पल
रहबर हाँथ हिलाए फिर आगे चल दिए

हम खोजते हैं दयारों में अमन के चंद पल
वो गाँधी को फिर से मार कर चल दिए ।

धर्म के चरखे पे राम नाम का सूत काट कर
हांथों में खंजर थमा कर हंसते हुए चल दिए !

…सिद्धार्थ…

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 353 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते।
न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते।
सत्य कुमार प्रेमी
हमारी लंबी उम्र जितिया करने वाली से होती है, करवा चौथ करने व
हमारी लंबी उम्र जितिया करने वाली से होती है, करवा चौथ करने व
Sandeep Kumar
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*तेरी मेरी कहानी*
*तेरी मेरी कहानी*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#कमसिन उम्र
#कमसिन उम्र
Radheshyam Khatik
बेडी परतंत्रता की 🙏
बेडी परतंत्रता की 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जै हनुमान
जै हनुमान
Seema Garg
प्रकट भये दीन दयाला
प्रकट भये दीन दयाला
Bodhisatva kastooriya
आऊँगा कैसे मैं द्वार तुम्हारे
आऊँगा कैसे मैं द्वार तुम्हारे
gurudeenverma198
*रामलला का सूर्य तिलक*
*रामलला का सूर्य तिलक*
Ghanshyam Poddar
*मोदी (कुंडलिया)*
*मोदी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बहुत सी बातें है, जो लड़के अपने घरवालों को स्पष्ट रूप से कभी
बहुत सी बातें है, जो लड़के अपने घरवालों को स्पष्ट रूप से कभी
पूर्वार्थ
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बेटियों  को  रोकिए  मत  बा-खुदा ,
बेटियों को रोकिए मत बा-खुदा ,
Neelofar Khan
विकृतियों की गंध
विकृतियों की गंध
Kaushal Kishor Bhatt
दोस्ती की हद
दोस्ती की हद
मधुसूदन गौतम
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
कैसा भी मौसम रहे,
कैसा भी मौसम रहे,
*प्रणय प्रभात*
शिक्षक सभी है जो उनको करते नमन
शिक्षक सभी है जो उनको करते नमन
Seema gupta,Alwar
जिन्दगी का मामला।
जिन्दगी का मामला।
Taj Mohammad
विनम्रता, सादगी और सरलता उनके व्यक्तित्व के आकर्षण थे। किसान
विनम्रता, सादगी और सरलता उनके व्यक्तित्व के आकर्षण थे। किसान
Shravan singh
वो परिंदा, है कर रहा देखो
वो परिंदा, है कर रहा देखो
Shweta Soni
आजादी  भी अनुशासित हो।
आजादी भी अनुशासित हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
इंतजार करते रहे हम उनके  एक दीदार के लिए ।
इंतजार करते रहे हम उनके एक दीदार के लिए ।
Yogendra Chaturwedi
अहं प्रत्येक क्षण स्वयं की पुष्टि चाहता है, नाम, रूप, स्थान
अहं प्रत्येक क्षण स्वयं की पुष्टि चाहता है, नाम, रूप, स्थान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
कविता (आओ तुम )
कविता (आओ तुम )
Sangeeta Beniwal
होठों पे वही ख़्वाहिशें आँखों में हसीन अफ़साने हैं,
होठों पे वही ख़्वाहिशें आँखों में हसीन अफ़साने हैं,
शेखर सिंह
Environment
Environment
Neelam Sharma
आप शिक्षकों को जिस तरह से अनुशासन सिखा और प्रचारित कर रहें ह
आप शिक्षकों को जिस तरह से अनुशासन सिखा और प्रचारित कर रहें ह
Sanjay ' शून्य'
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
Rj Anand Prajapati
Loading...