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1 May 2024 · 1 min read

3364.⚘ *पूर्णिका* ⚘

3364.⚘ पूर्णिका
🌹 मैं प्यासा हूँ प्यास बुझा दे🌹
22 22 22 22
मैं प्यासा हूँ प्यास बुझा दे।
बस जीने की आस जगा दे।।
बेरहम यहाँ देखो दुनिया।
यूं जीवन बिंदास बना दे।।
समझे न जज्बातों को कोई।
खप जाए मन आग लगा दे।।
हाथ लगे हैं मंजिल अपनी।
मिल जाए अरदास करा दे।।
चाहत का ख्याल रखें खेदू।
बस आज विश्वास दिला दे।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
01-05-2024बुधवार

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