हम ये कैसा मलाल कर बैठे
(18)
हम ये कैसा मलाल कर बैठे।
दिल का तुम से सवाल कर बैठे ।।
प्यार करना हमें न आया मगर।
इश्क में हम कमाल कर बैठे।।
खोये थे हम तिरे खयालों में।
पर हकीकत ख़याल कर बैठे।।
ज़िक तेरा जबान पर ला कर ।
अपना चेहरा गुलाल कर बैठे ।।
आप को चाहते हैं उन से कहा।
हम भी कैसी मजाल कर बैठे ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद