“हकीकत”
“हकीकत”
यहाँ दर्द की जमीन है
और तकलीफों के साये
गर कोई टूटता दिखे तो
उसे हुनर से जोड़ो,
दिल में लगी चोट कभी
दिखती और मिटती नहीं
यकीन ना हो तो खर्च कर
देख लो लाखों-करोड़ों।
“हकीकत”
यहाँ दर्द की जमीन है
और तकलीफों के साये
गर कोई टूटता दिखे तो
उसे हुनर से जोड़ो,
दिल में लगी चोट कभी
दिखती और मिटती नहीं
यकीन ना हो तो खर्च कर
देख लो लाखों-करोड़ों।