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14 Dec 2018 · 1 min read

स्वार्थ

देखो वो आये आज मुझे मिलने
जो मुसीबत मे साथ ना चलते

उनको अब माने हम कैसे अपने
स्वार्थ देखकर जो नाम है जपते

प्यार उनसे होगा भी कैसे सच्चा
बचते रहते है जो मिलने से हमे

खेल होगा ये मुकदर का ही
मिलकर भी है जो बिछड़ जाऐ

Language: Hindi
376 Views
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