स्वतंत्रता दिवस और सेकुलर साहेब जी
साहेब जी नए स्वतंत्रता दिवस पर कम से कम मुंहजबानी सेकुलर हो गए हैं। भले ही सौ चूहे खाकर सेकुलर हुए हैं!
उनके इस सेकुलर होने को भी महज पान के पीक के मुख में ठहरने के बराबर से ज्यादा महत्व और ठहराव पाने का अधिकारी नहीं ही होना चाहिए! 😁