Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2024 · 1 min read

8) वो मैं ही थी….

गुज़री शाम देखा हो ‘गर आसमां की जानिब तुमने,
इक अकेला पंछी उड़ता नज़र आया होगा तुम्हें।

नज़रअंदाज़ कर दिया होगा जिसे तुमने मगर,
याद करो तो मेरा अक्स नज़र आएगा तुम्हें।

कभी इधर कभी उधर
फकत तुम्हारी जुस्तजू में
मैं ही थी…

मेरा ही तो दिल था
झूम उठा जो जुस्तजू पूरी होने पर।

अपने ख्वाबों के पर खोले
तुम्हारे दर पर ताबीर पाने को
वह अदना सा परिंदा जो उतरा
वो मैं ही थी…

तुम्हें तन्हा उदास पाकर
तुम्हारे पहलू में जो उतरी
वो मैं ही थी…

तुम्हारे गम, तुम्हारी फ़िक्र
अपने दामन में समेट
ख़ामोशी से जो उड़ चली
तुम्हें मसर्रतों की जन्नत में जो छोड़ चली
वो मैं ही तो थी…

हाँ,
मैं ही थी वो।
———

नेहा शर्मा ‘नेह’

Language: Hindi
1 Like · 34 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रेम ...
प्रेम ...
sushil sarna
"जीवनसाथी राज"
Dr Meenu Poonia
टेढ़ी ऊंगली
टेढ़ी ऊंगली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ना नींद है,ना चैन है,
ना नींद है,ना चैन है,
लक्ष्मी सिंह
नवरात्रि के इस पावन मौके पर, मां दुर्गा के आगमन का खुशियों स
नवरात्रि के इस पावन मौके पर, मां दुर्गा के आगमन का खुशियों स
Sahil Ahmad
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
" मैं तन्हा हूँ "
Aarti sirsat
मन भर बोझ हो मन पर
मन भर बोझ हो मन पर
Atul "Krishn"
2758. *पूर्णिका*
2758. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आखिर क्यों
आखिर क्यों
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मां सिद्धिदात्री
मां सिद्धिदात्री
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कुछ लिखूँ ....!!!
कुछ लिखूँ ....!!!
Kanchan Khanna
एक है ईश्वर
एक है ईश्वर
Dr fauzia Naseem shad
बोलने को मिली ज़ुबां ही नहीं
बोलने को मिली ज़ुबां ही नहीं
Shweta Soni
"रंगमंच पर"
Dr. Kishan tandon kranti
खुश है हम आज क्यों
खुश है हम आज क्यों
gurudeenverma198
One-sided love
One-sided love
Bidyadhar Mantry
।। रावण दहन ।।
।। रावण दहन ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मैं तुझसे मोहब्बत करने लगा हूं
मैं तुझसे मोहब्बत करने लगा हूं
Sunil Suman
■ एम है तो एम है।
■ एम है तो एम है।
*Author प्रणय प्रभात*
बड्ड यत्न सँ हम
बड्ड यत्न सँ हम
DrLakshman Jha Parimal
Not longing for prince who will give you taj after your death
Not longing for prince who will give you taj after your death
Ankita Patel
नागिन
नागिन
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"सफर"
Yogendra Chaturwedi
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अंत ना अनंत हैं
अंत ना अनंत हैं
TARAN VERMA
*मारीच (कुंडलिया)*
*मारीच (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आचार्य शुक्ल की कविता सम्बन्धी मान्यताएं
आचार्य शुक्ल की कविता सम्बन्धी मान्यताएं
कवि रमेशराज
सुविचार
सुविचार
Sanjeev Kumar mishra
मेरी माँ......
मेरी माँ......
Awadhesh Kumar Singh
Loading...