Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Feb 2023 · 1 min read

तुझे बताने

ज़माने बाद, ज़माने से भाग कर
आया था तुझसे से मिलने।
जो बातें दुरियों में दब गई थीं,
आया था तुझे बताने।

सर्दियों की धूप, उसकी चमक
तेरी मेंहदी से रंगी जुल्फों में थी।
जज़्बात जो फासलों में उलझ गए थे,
लाया था तुझे दिखाने।

मखमल के रेशे, वैसी कोमलता
तेरी नाज़ुक सी हथेली में थी।
जिस स्पर्श को भूल चुका था,
आया था उसे वापस अपना बनाने।

जेबों में ख़्वाब, उनकी गुनगुनाहट
तेरी खनकती हुई सी आवाज़ में थी।
जो बातें दुरियों में दब गई थीं,
आया था तुझे बताने।

– सिद्धांत शर्मा

Language: Hindi
205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति
* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति
Ravi Prakash
Jay shri ram
Jay shri ram
Saifganj_shorts_me
टिकोरा
टिकोरा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरे भी अध्याय होंगे
मेरे भी अध्याय होंगे
Suryakant Dwivedi
24/250. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/250. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
डॉ० रोहित कौशिक
खिन्न हृदय
खिन्न हृदय
Dr.Pratibha Prakash
सुकून ए दिल का वह मंज़र नहीं होने देते। जिसकी ख्वाहिश है, मयस्सर नहीं होने देते।।
सुकून ए दिल का वह मंज़र नहीं होने देते। जिसकी ख्वाहिश है, मयस्सर नहीं होने देते।।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"एक नज़र"
Dr. Kishan tandon kranti
समय और स्त्री
समय और स्त्री
Madhavi Srivastava
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
भोजपुरी बिरह गीत
भोजपुरी बिरह गीत
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
अगले बरस जल्दी आना
अगले बरस जल्दी आना
Kavita Chouhan
गिलहरी
गिलहरी
Satish Srijan
सुहाग रात
सुहाग रात
Ram Krishan Rastogi
*चैतन्य एक आंतरिक ऊर्जा*
*चैतन्य एक आंतरिक ऊर्जा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गुरु दक्षिणा
गुरु दक्षिणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
उसे तो देख के ही दिल मेरा बहकता है।
उसे तो देख के ही दिल मेरा बहकता है।
सत्य कुमार प्रेमी
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"रातरानी"
Ekta chitrangini
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
जो कहा तूने नहीं
जो कहा तूने नहीं
Dr fauzia Naseem shad
अर्ज है
अर्ज है
Basant Bhagawan Roy
श्री राम अयोध्या आए है
श्री राम अयोध्या आए है
जगदीश लववंशी
" रे, पंछी पिंजड़ा में पछताए "
Chunnu Lal Gupta
मैं तो महज एहसास हूँ
मैं तो महज एहसास हूँ
VINOD CHAUHAN
बेसबब हैं ऐशो इशरत के मकाँ
बेसबब हैं ऐशो इशरत के मकाँ
अरशद रसूल बदायूंनी
शायरी
शायरी
डॉ मनीष सिंह राजवंशी
समस्या का समाधान
समस्या का समाधान
Paras Nath Jha
Loading...