स्त्री का चलती राज
स्त्री का चलती राज
चूड़ियों की मीठी सी झंकार,
लिपस्टिक, पाउडर हमारी साज
सादगी हमारी साड़ी की
वही मेरी अलग अंदाज ।
बड़ी आंखों में,काजल का सिंगार,
मीठी से मुस्कान में काला तिल
माथे में सिंदुर सुहाग का निशान
लंबी केस , पैर में नूपुर
वही मेरी अलग अंदाज
बल ‘शक्ति’, बुद्धि ‘वदंना’, खज़ाना ‘लक्ष्मी’
दुर्ग, सरस्वती और लक्ष्मी
सब समाया मुझमें
तीनो लोक में सर्वोच्च स्थान
वही मेरी अलग अंदाज ।
सब सह कर शांति रहती,
बदनामी से भी डरती ।
मंच चाहे जो भी हो
सोशल मीडया,हाउस मीडिया
राज हमारी चलती है ।।
गौतम साव