सुनो न
सुनो न,
पहले दिल की आवाज़ थी,
दिल में आई जो बात,
मैं छुपा कर चली आई l
आजकल…
दिल है बड़ा बदतमीज,
किसी पर भी आ जाता है l
पहले…
दिल में पहले एक ही,
दरवाजा होता था l
आजकल..
दिल में कई दरवाजे
बन गए जी…
पहले…
दिल में सिर्फ और सिर्फ
परमेश्वर वास करते थे l
आजकल…
दिल है कि मानता नहीं,
एक से दिन बनता नहीं l
पहले…
दिल के हाथों मजबूर,
होते थे, साजन और सजना l
आजकल…
दिल मजबूर हो गया जी,
लाखों सड़कछाप पर l
✍शीमा