सारे नेता कर रहे, आपस में हैं जंग
सारे नेता कर रहे, आपस में हैं जंग
छूट न जाए हाथ से, पकड़ी हुई पतंग
पकड़ी हुई पतंग, डोर भी कितनी कच्ची
बहुत सोच में खोट, न इनकी बातें सच्ची
कहे ‘अर्चना’ बात, गजब के ये हरकारे
अपने – अपने दाँव , खेलते नेता सारे
डॉ अर्चना गुप्ता
12.04.2024