Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2023 · 1 min read

साथ बैठ कर के अतीत निहारते हैं।

बीती हुई बातों को फिर दोहराते है,
भूले हुई है जो उसको पाते है,
खोये हुए है अपने उनको याद करते है
भविष्य हो उज्ज्वल जिससे सीख पाते है।
साथ बैठ कर के अतीत निहारते हैं।……(1)

छोटी-छोटी खुशियों को सोच मुस्कुराते है,
बीते हुए दुःख पीड़ा दर्द को पाते है,
यादों में जुड़ते है अपना हाल जताते है,
महसूस करते है जीवन अनुभव पाते है।
साथ बैठ कर के अतीत निहारते हैं।…….(2)

कुछ पल खुद को दे कर,
स्वयं के अंदर झाँकते हैं,
बचपन का वह पल फिर से पाते है,
सुंदर सी दुनियाँ को जो अपनाते है।
साथ बैठ कर के अतीत निहारते हैं।……..(3)

आनंद मिलता है थोड़ा ठहराव लाते है,
माया जाल की बुनियादो से बाहर आते है,
हल्की सुकून पाकर लौट आते है,
हृदय को अपने जीवन का साज सुनाते हैं।
साथ बैठ कर के अतीत निहारते हैं।…….(4)

रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।

Language: Hindi
1 Like · 253 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all
You may also like:
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
Jyoti Khari
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
“पसरल अछि अकर्मण्यता”
“पसरल अछि अकर्मण्यता”
DrLakshman Jha Parimal
मां को नहीं देखा
मां को नहीं देखा
Suryakant Dwivedi
** सुख और दुख **
** सुख और दुख **
Swami Ganganiya
दोहे
दोहे
गुमनाम 'बाबा'
🙏🙏 अज्ञानी की कलम 🙏🙏
🙏🙏 अज्ञानी की कलम 🙏🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*बदलाव की लहर*
*बदलाव की लहर*
sudhir kumar
अलार्म
अलार्म
Dr Parveen Thakur
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
SPK Sachin Lodhi
अपने आंसुओं से इन रास्ते को सींचा था,
अपने आंसुओं से इन रास्ते को सींचा था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पैमाना सत्य का होता है यारों
पैमाना सत्य का होता है यारों
प्रेमदास वसु सुरेखा
*युद्ध*
*युद्ध*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खेलों का महत्व
खेलों का महत्व
विजय कुमार अग्रवाल
#Secial_story
#Secial_story
*प्रणय प्रभात*
सर्दियों की धूप
सर्दियों की धूप
Vandna Thakur
"दहलीज"
Ekta chitrangini
Acrostic Poem
Acrostic Poem
jayanth kaweeshwar
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
मुस्कान
मुस्कान
नवीन जोशी 'नवल'
भारत रत्न श्री नानाजी देशमुख (संस्मरण)
भारत रत्न श्री नानाजी देशमुख (संस्मरण)
Ravi Prakash
विजय द्वार (कविता)
विजय द्वार (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
वक्त आने पर सबको दूंगा जवाब जरूर क्योंकि हर एक के ताने मैंने
वक्त आने पर सबको दूंगा जवाब जरूर क्योंकि हर एक के ताने मैंने
Ranjeet kumar patre
Blac is dark
Blac is dark
Neeraj Agarwal
प्रियतमा
प्रियतमा
Paras Nath Jha
दुनिया की कोई दौलत
दुनिया की कोई दौलत
Dr fauzia Naseem shad
डबूले वाली चाय
डबूले वाली चाय
Shyam Sundar Subramanian
"नाश के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
gurudeenverma198
23/220. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/220. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...