Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2021 · 1 min read

सांता तुम अब जल्दी आना

सांता तुम अब जल्दी आना
जोर से बेल बजाना
सजाकर क्रिसमस ट्री फिर क्रिसमस
मनाएंगे
हम जिंगल भी गाएंगे
बहोत सारे गिफ्ट लाना
उसमे खुशी,प्रेम,दया करुणा,शांति,सहायता,सब
अलग अलग डिब्बों भरकर में लाना
इन डिब्बों को सबमें बांट जाना

खोलकर गिफ्ट अपने अपने सब खुश हो
जाएंगे
हर डिब्बे में चीज़ अलग अलग पाएंगे
इस बार ऐसे अनोखे गिफ्ट लाना

बच्चों के संग बड़े भी खुश हो जाएंगे
करेंगे इंतज़ार तुम्हारा खिलखिलायेंगे
ऐसा सरप्राइज सबको दे जाना

सब मिलकर चर्च को सजायेंगे
रोशनी से चमकाएंगे,केक काटेंगे
जीजस का जन्मदिन मनाएंगे
जीजस जरूर आएंगे
सिखाकर प्यार सबको खुशियां
दे जाएंगे

इस बार ऐसा क्रिसमस मनाना
सांता तुम जल्दी आना

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 352 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शिक्षा और संस्कार जीवंत जीवन के
शिक्षा और संस्कार जीवंत जीवन के
Neelam Sharma
‌सोच हमारी अपनी होती हैं।
‌सोच हमारी अपनी होती हैं।
Neeraj Agarwal
चंद शेर
चंद शेर
Shashi Mahajan
रखी हुई है अनमोल निशानी, इक सुन्दर दुनिया की,
रखी हुई है अनमोल निशानी, इक सुन्दर दुनिया की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
छंद मुक्त कविता : जी करता है
छंद मुक्त कविता : जी करता है
Sushila joshi
मोक्ष पाने के लिए नौकरी जरुरी
मोक्ष पाने के लिए नौकरी जरुरी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सब्जी के दाम
सब्जी के दाम
Sushil Pandey
मैं नहीं तो कोई और सही
मैं नहीं तो कोई और सही
Shekhar Chandra Mitra
*प्रेम की रेल कभी भी रुकती नहीं*
*प्रेम की रेल कभी भी रुकती नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अपने हर
अपने हर
Dr fauzia Naseem shad
काँटों ने हौले से चुभती बात कही
काँटों ने हौले से चुभती बात कही
Atul "Krishn"
हमेशा अच्छे लोगों के संगत में रहा करो क्योंकि सुनार का कचरा
हमेशा अच्छे लोगों के संगत में रहा करो क्योंकि सुनार का कचरा
Ranjeet kumar patre
16, खुश रहना चाहिए
16, खुश रहना चाहिए
Dr .Shweta sood 'Madhu'
■हरियाणा■
■हरियाणा■
*प्रणय*
To realize the value of one year: Ask a student who has fail
To realize the value of one year: Ask a student who has fail
पूर्वार्थ
*धारा सत्तर तीन सौ, स्वप्न देखते लोग (कुंडलिया)*
*धारा सत्तर तीन सौ, स्वप्न देखते लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
साधक परिवर्तन का मार्ग खोज लेते हैं, लेकिन एक क्रोधी स्वभाव
साधक परिवर्तन का मार्ग खोज लेते हैं, लेकिन एक क्रोधी स्वभाव
Ravikesh Jha
4515.*पूर्णिका*
4515.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
ये सुबह खुशियों की पलक झपकते खो जाती हैं,
ये सुबह खुशियों की पलक झपकते खो जाती हैं,
Manisha Manjari
" सत कर्म"
Yogendra Chaturwedi
यक्ष प्रश्न है जीव के,
यक्ष प्रश्न है जीव के,
sushil sarna
मैं भारत हूँ
मैं भारत हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुझे अपनी दुल्हन तुम्हें नहीं बनाना है
मुझे अपनी दुल्हन तुम्हें नहीं बनाना है
gurudeenverma198
संवेदना
संवेदना
नेताम आर सी
उनसे कहना वो मेरे ख्वाब में आते क्यों हैं।
उनसे कहना वो मेरे ख्वाब में आते क्यों हैं।
Phool gufran
"अगर"
Dr. Kishan tandon kranti
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
कवि रमेशराज
चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
हुए प्रकाशित हम बाहर से,
हुए प्रकाशित हम बाहर से,
Sanjay ' शून्य'
Loading...