Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2024 · 1 min read

“सरताज”

“सरताज”
समझे अगर जो पीर पराई,
आज होते वही सरताज है।
दूजी बार न चढ़ी हांडी काठ की,
ये सच कल भी था और आज है।

2 Likes · 2 Comments · 27 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार—
वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार—
Shreedhar
मुझको चाहिए एक वही
मुझको चाहिए एक वही
Keshav kishor Kumar
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
Mamta Singh Devaa
सूनी बगिया हुई विरान ?
सूनी बगिया हुई विरान ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जग मग दीप  जले अगल-बगल में आई आज दिवाली
जग मग दीप जले अगल-बगल में आई आज दिवाली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मैं घमंडी नहीं हूँ
मैं घमंडी नहीं हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
■ कब तक, क्या-क्या बदलोगे...?
■ कब तक, क्या-क्या बदलोगे...?
*प्रणय प्रभात*
जन-मन की भाषा हिन्दी
जन-मन की भाषा हिन्दी
Seema Garg
पाँच मिनट - कहानी
पाँच मिनट - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
विषय – मौन
विषय – मौन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बात शक्सियत की
बात शक्सियत की
Mahender Singh
मन तो करता है मनमानी
मन तो करता है मनमानी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*अध्याय 6*
*अध्याय 6*
Ravi Prakash
सत्य की खोज........एक संन्यासी
सत्य की खोज........एक संन्यासी
Neeraj Agarwal
अयोध्या धाम तुम्हारा तुमको पुकारे
अयोध्या धाम तुम्हारा तुमको पुकारे
Harminder Kaur
"अदा"
Dr. Kishan tandon kranti
प्यार,इश्क ही इँसा की रौनक है
प्यार,इश्क ही इँसा की रौनक है
'अशांत' शेखर
भारत मे तीन चीजें हमेशा शक के घेरे मे रहतीं है
भारत मे तीन चीजें हमेशा शक के घेरे मे रहतीं है
शेखर सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Neet aspirant suicide in Kota.....
Neet aspirant suicide in Kota.....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
2654.पूर्णिका
2654.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आओ सजन प्यारे
आओ सजन प्यारे
Pratibha Pandey
एक ज्योति प्रेम की...
एक ज्योति प्रेम की...
Sushmita Singh
मुरली कि धुन,
मुरली कि धुन,
Anil chobisa
शुभ रक्षाबंधन
शुभ रक्षाबंधन
डॉ.सीमा अग्रवाल
झरोखों से झांकती ज़िंदगी
झरोखों से झांकती ज़िंदगी
Rachana
बन्दे   तेरी   बन्दगी  ,कौन   करेगा   यार ।
बन्दे तेरी बन्दगी ,कौन करेगा यार ।
sushil sarna
जाति-धर्म
जाति-धर्म
लक्ष्मी सिंह
कारोबार
कारोबार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Loading...