सभी सत्य
मत कहो सब झूठ है सत्य नहीं संसार।
रचा यदि भगवान ने फिर क्यों झूठा यार।
प्रभु माया रचना सब माया प्रभु की दास।
सत्य रूप लीला प्रभु दोनों ही स्वीकार।
राजेश कौरव सुमित्र
मत कहो सब झूठ है सत्य नहीं संसार।
रचा यदि भगवान ने फिर क्यों झूठा यार।
प्रभु माया रचना सब माया प्रभु की दास।
सत्य रूप लीला प्रभु दोनों ही स्वीकार।
राजेश कौरव सुमित्र