Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jan 2024 · 1 min read

*सभी कर्मों का अच्छा फल, नजर फौरन नहीं आता (हिंदी गजल)*

सभी कर्मों का अच्छा फल, नजर फौरन नहीं आता (हिंदी गजल)
_________________________
1)
सभी कर्मों का अच्छा फल, नजर फौरन नहीं आता
किया जो कर्म लेकिन वह, नहीं बेकार है जाता
2)
कभी अच्छाइयों के भी, हमें कम अंक मिलते हैं
जमाना यह कभी दोषी, अकारण हमको ठहराता
3)
समय को हाथ में रखकर, सॅंभल कर दो कदम चलना
समय जो हाथ से फिसला, जीवन-भर है तड़पाता
4)
न आया हाथ में पद-भार, गलती है हमारी ही
निभाया चाटुकारी से, नहीं हमने कभी नाता
5)
जो रोए तो नहीं कोई, तुम्हारी ओर देखेगा
जमाना चाहता उसको, जो हॅंसता और मुस्काता
6
हमें मालूम है जग में, हमें है सौ बरस जीना
मगर रखते हैं हर पल हम, सही अपना बहीखाता
7)
न हम में बुद्धि है ज्यादा, न हम में होशियारी है
कृपा है सब विधाता की, हमें जो रोज अपनाता
——————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

135 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
इस दुनियां में अलग अलग लोगों का बसेरा है,
इस दुनियां में अलग अलग लोगों का बसेरा है,
Mansi Tripathi
"ऐसा मंजर होगा"
पंकज कुमार कर्ण
मंजिल एक है
मंजिल एक है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
निर्झरिणी है काव्य की, झर झर बहती जाय
निर्झरिणी है काव्य की, झर झर बहती जाय
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जय श्रीराम
जय श्रीराम
Indu Singh
आप किससे प्यार करते हैं?
आप किससे प्यार करते हैं?
Otteri Selvakumar
23/43.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/43.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम्हारी जय जय चौकीदार
तुम्हारी जय जय चौकीदार
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
छोटी कहानी- 'सोनम गुप्ता बेवफ़ा है' -प्रतिभा सुमन शर्मा
छोटी कहानी- 'सोनम गुप्ता बेवफ़ा है' -प्रतिभा सुमन शर्मा
Pratibhasharma
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
अरशद रसूल बदायूंनी
विश्वामित्र-मेनका
विश्वामित्र-मेनका
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कौन कितने पानी में
कौन कितने पानी में
Mukesh Jeevanand
दादी माँ - कहानी
दादी माँ - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
परिभाषा संसार की,
परिभाषा संसार की,
sushil sarna
इरशा
इरशा
ओंकार मिश्र
इक पखवारा फिर बीतेगा
इक पखवारा फिर बीतेगा
Shweta Soni
A little hope can kill you.
A little hope can kill you.
Manisha Manjari
“परिंदे की अभिलाषा”
“परिंदे की अभिलाषा”
DrLakshman Jha Parimal
"चार पैरों वाला मेरा यार"
Lohit Tamta
*सावन में अब की बार
*सावन में अब की बार
Poonam Matia
कया बताएं 'गालिब'
कया बताएं 'गालिब'
Mr.Aksharjeet
अनुशासित रहे, खुद पर नियंत्रण रखें ।
अनुशासित रहे, खुद पर नियंत्रण रखें ।
Shubham Pandey (S P)
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
umesh mehra
दो अक्टूबर
दो अक्टूबर
नूरफातिमा खातून नूरी
एक चाय तो पी जाओ
एक चाय तो पी जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कितनी भी हो खत्म हो
कितनी भी हो खत्म हो
Taj Mohammad
*आई गंगा स्वर्ग से, उतर हिमालय धाम (कुंडलिया)*
*आई गंगा स्वर्ग से, उतर हिमालय धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
हरषे धरती बरसे मेघा...
हरषे धरती बरसे मेघा...
Harminder Kaur
"अजब-गजब मोहब्बतें"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...