Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2023 · 1 min read

एक चाय तो पी जाओ

एक चाय तो पी जाओ

प्रिय पास हमारे आ जाओ, एक चाय तो पी जाओ
मिल बैठेंगे यार दोस्त, सुख-दुख की कुछ बात करेंगे
पल दो पल संग तुम्हारे, अपने मन की बात करेंगे
दिल हल्का हो जाएगा, संग तुम्हारा मिल जाएगा
हंसी ठिठोली राजनीति, सारी दुनिया की बात करेंगे
प्रिय पास हमारे आ जाओ, एक चाय तो पी जाओ
भूली बिसरी यादों को, संग बिताई बातों को
उन अंधियारी नम रातों को,अपने फूल और कांटों को
फिर से ताजा कर लेंगे,इसी वहाने मिल लेंगे
प्रिय पास हमारे आ जाओ, एक चाय तो पी जाओ
चाय है जीवन का हिस्सा, साथ बिताए पलों का किस्सा
बचपन यौवन और बुढ़ापा, आज भी है चाय की लिप्सा
प्रिय पास हमारे आ जाओ, बस एक चाय तो पी जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

1 Like · 2 Comments · 169 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
दीवार में दरार
दीवार में दरार
VINOD CHAUHAN
* नहीं पिघलते *
* नहीं पिघलते *
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
उद् 🌷गार इक प्यार का
उद् 🌷गार इक प्यार का
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ग़ज़ल
ग़ज़ल
विमला महरिया मौज
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"यायावरी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु
गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु
प्रेमदास वसु सुरेखा
सृजन के जन्मदिन पर
सृजन के जन्मदिन पर
Satish Srijan
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अंत में पैसा केवल
अंत में पैसा केवल
Aarti sirsat
उसका आना
उसका आना
हिमांशु Kulshrestha
3300.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3300.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
■ सामयिक संदर्भों में...
■ सामयिक संदर्भों में...
*Author प्रणय प्रभात*
हर लम्हे में
हर लम्हे में
Sangeeta Beniwal
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
***दिल बहलाने  लाया हूँ***
***दिल बहलाने लाया हूँ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
न जागने की जिद भी अच्छी है हुजूर, मोल आखिर कौन लेगा राह की द
न जागने की जिद भी अच्छी है हुजूर, मोल आखिर कौन लेगा राह की द
Sanjay ' शून्य'
ख़्वाब सजाना नहीं है।
ख़्वाब सजाना नहीं है।
Anil "Aadarsh"
किताब का आखिरी पन्ना
किताब का आखिरी पन्ना
Dr. Kishan tandon kranti
सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है।
सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
gurudeenverma198
माँ आजा ना - आजा ना आंगन मेरी
माँ आजा ना - आजा ना आंगन मेरी
Basant Bhagawan Roy
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
देखें क्या है राम में (पूरी रामचरित मानस अत्यंत संक्षिप्त शब्दों में)
देखें क्या है राम में (पूरी रामचरित मानस अत्यंत संक्षिप्त शब्दों में)
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
पेटी वाला बर्फ( बाल कविता)
Ravi Prakash
*तपन*
*तपन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-264💐
💐प्रेम कौतुक-264💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पत्रकार
पत्रकार
Kanchan Khanna
पहाड़ का अस्तित्व - पहाड़ की नारी
पहाड़ का अस्तित्व - पहाड़ की नारी
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...