सबसे प्यारा मेरा महबूब
मुझे देखती है, मुझे सोचती है,
अगर कुछ कहूँ तो ,बहुत बोलती है।।
कभी है रुलाती ,कभी है हसाती,
कभी खवाब में आके, मुझको सताती।।
सुनो मेरे यारो, मेरा जो सनम है,
थोड़ी भोली है वो, मगर बेरहम है।।
थोड़ा ठरकी है वो, थोड़ा सनकी है वो,
वो रूठी है मुझसे, थोड़ा खटकी है वो।।
मगर सबसे ज्यादा, निराली है वो तो,
मेरे दोस्तों में, सबसे प्यारी है वो तो।।