सफलता
‘सफलता’ धन और भौतिक सम्पदा की प्राप्ति मात्र नहीं है। वस्तुतः इसका अर्थ काफी गहन और व्यापक है। सफलता मुख्य रूप से आपकी आन्तरिक शक्ति और मानसिक नियंत्रण की उस मात्रा से आँकी जा सकती है, जो आपको हर परिस्थिति में प्रसन्न रहने के योग्य बनाती है।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
भारत भूषण सम्मान प्राप्त
हरफनमौला साहित्य लेखक।