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2 Aug 2023 · 1 min read

सदम में कोहराम

अब तो खतरा अपने दरमियान हैं
सदन में मचा भारी कोहराम है
रक्षा क्या कर सकेंगे लोकतंत्र की
खतरे में जब भारत का विधान हैं
शपथ लेते हैं सदा रक्षा करने की ,
लेकिन कुर्सी के लिए घमासान हैं
वेवाओं अबलाओं की आंख में आंसू हैं
क्या बगैर बेटियों के हुकुमराम है
जनता को ही कदम उठाना होगा
अगर तुझ में छुपा हुआ इंसान हैं

Language: Hindi
89 Views
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