Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2023 · 1 min read

“सत्य”

“सत्य”
सत्य कभी खुद को
स्वयं उद्घाटित नहीं करता,
वह चुनौती पेश करता है
अपने को खोज कर
पा लेने की।

17 Likes · 7 Comments · 169 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

****जानकी****
****जानकी****
Kavita Chouhan
अयोध्या का राम मंदिर
अयोध्या का राम मंदिर
Dr Archana Gupta
पिता का गीत
पिता का गीत
Suryakant Dwivedi
महाराजा अग्रसेन, प्राचीन अग्रोहा और अग्रवाल समाज
महाराजा अग्रसेन, प्राचीन अग्रोहा और अग्रवाल समाज
Ravi Prakash
दुविधा
दुविधा
Sudhir srivastava
*कफन*
*कफन*
Vaishaligoel
जिंदगी कि सच्चाई
जिंदगी कि सच्चाई
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पड़ताल
पड़ताल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
4349.*पूर्णिका*
4349.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मां मुझे सब याद है
मां मुझे सब याद है
CA Amit Kumar
हक़ीक़त में
हक़ीक़त में
Dr fauzia Naseem shad
वो अपने दर्द अपनी पीड़ा में ही उलझे रहे
वो अपने दर्द अपनी पीड़ा में ही उलझे रहे
Sonam Puneet Dubey
ई आलम
ई आलम
आकाश महेशपुरी
मेरी पेशानी पे तुम्हारा अक्स देखकर लोग,
मेरी पेशानी पे तुम्हारा अक्स देखकर लोग,
Shreedhar
🍇🍇तेरे मेरे सन्देश-1🍇🍇
🍇🍇तेरे मेरे सन्देश-1🍇🍇
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
('गीता जयंती महोत्सव' के उपलक्ष्य में) क्या श्रीमद्भगवद्गीता में सभी समस्याओं का समाधान मौजूद है? (On the occasion of 'Gita Jayanti Mahotsav') Is there a solution to all the problems in Shrimadbhagvadgita?
('गीता जयंती महोत्सव' के उपलक्ष्य में) क्या श्रीमद्भगवद्गीता में सभी समस्याओं का समाधान मौजूद है? (On the occasion of 'Gita Jayanti Mahotsav') Is there a solution to all the problems in Shrimadbhagvadgita?
Acharya Shilak Ram
योग दिवस
योग दिवस
Rambali Mishra
#प्रसंगवश-
#प्रसंगवश-
*प्रणय*
हर एक चेहरा निहारता
हर एक चेहरा निहारता
goutam shaw
उस दिन
उस दिन
Shweta Soni
बड़ा इंसान वो है।
बड़ा इंसान वो है।
Ranjeet kumar patre
There is no fun without you
There is no fun without you
VINOD CHAUHAN
निष्काम कर्म कैसे करें। - रविकेश झा
निष्काम कर्म कैसे करें। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
फेसबुक
फेसबुक
Neelam Sharma
मेरी प्रिय हिंदी भाषा
मेरी प्रिय हिंदी भाषा
Anamika Tiwari 'annpurna '
लिखा भाग्य में रहा है होकर,
लिखा भाग्य में रहा है होकर,
पूर्वार्थ
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
Rj Anand Prajapati
ସେହି କୁକୁର
ସେହି କୁକୁର
Otteri Selvakumar
मां के किसी कोने में आज भी बचपन खेलता हैयाद आती है गुल्ली डं
मां के किसी कोने में आज भी बचपन खेलता हैयाद आती है गुल्ली डं
Ashwini sharma
"ये दुनिया है"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...