सखियों के संग …..
सखियों के संग तेरा मुस्काना गजब हो गया है
नजरो को झुका कर तेरा उठाना गजब हो गया है
मेरे दिल को कर के घायल ,
रेशमी दुपट्टा उड़ा कर तेरा सर्मना गजब हो गया है।
(अवनीश कुमार 45)
सखियों के संग तेरा मुस्काना गजब हो गया है
नजरो को झुका कर तेरा उठाना गजब हो गया है
मेरे दिल को कर के घायल ,
रेशमी दुपट्टा उड़ा कर तेरा सर्मना गजब हो गया है।
(अवनीश कुमार 45)