Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Apr 2024 · 1 min read

ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का

ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का जो कल बदलने वाला है।

Don’t ignore my personality, I am a part of that time which is going to change tomorrow.

मम व्यक्तित्वं मा अवहेलयन्तु, अहं तस्य समयस्य भागः अस्मि यत् श्वः परिवर्तनं भविष्यति।

1 Like · 25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रसों में रस बनारस है !
रसों में रस बनारस है !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
यदि सत्य बोलने के लिए राजा हरिश्चंद्र को याद किया जाता है
यदि सत्य बोलने के लिए राजा हरिश्चंद्र को याद किया जाता है
शेखर सिंह
मूर्दन के गांव
मूर्दन के गांव
Shekhar Chandra Mitra
शायरी
शायरी
श्याम सिंह बिष्ट
विद्या देती है विनय, शुद्ध  सुघर व्यवहार ।
विद्या देती है विनय, शुद्ध सुघर व्यवहार ।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
साइबर ठगी हाय रे, करते रहते लोग
साइबर ठगी हाय रे, करते रहते लोग
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*तुलसीदास (कुंडलिया)*
*तुलसीदास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रेशम की डोरी का
रेशम की डोरी का
Dr fauzia Naseem shad
#एकताको_अंकगणित
#एकताको_अंकगणित
NEWS AROUND (SAPTARI,PHAKIRA, NEPAL)
सच का सच
सच का सच
डॉ० रोहित कौशिक
😊लघु-कथा :--
😊लघु-कथा :--
*Author प्रणय प्रभात*
"इशारे" कविता
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दिन भर रोशनी बिखेरता है सूरज
दिन भर रोशनी बिखेरता है सूरज
कवि दीपक बवेजा
Forgive everyone 🙂
Forgive everyone 🙂
Vandana maurya
💐प्रेम कौतुक-257💐
💐प्रेम कौतुक-257💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नज़र
नज़र
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
"अजीज"
Dr. Kishan tandon kranti
2511.पूर्णिका
2511.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
चलते चलते
चलते चलते
ruby kumari
कहमुकरी छंद विधान (सउदाहरण)
कहमुकरी छंद विधान (सउदाहरण)
Subhash Singhai
बदली मन की भावना, बदली है  मनुहार।
बदली मन की भावना, बदली है मनुहार।
Arvind trivedi
दिन और रात-दो चरित्र
दिन और रात-दो चरित्र
Suryakant Dwivedi
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
Ram Krishan Rastogi
రామయ్య మా రామయ్య
రామయ్య మా రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बहें हैं स्वप्न आँखों से अनेकों
बहें हैं स्वप्न आँखों से अनेकों
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बम बम भोले
बम बम भोले
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
रुकना हमारा काम नहीं...
रुकना हमारा काम नहीं...
AMRESH KUMAR VERMA
*बहुत कठिन डगर जीवन की*
*बहुत कठिन डगर जीवन की*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
I find solace in silence, though it's accompanied by sadness
I find solace in silence, though it's accompanied by sadness
पूर्वार्थ
Loading...