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28 Jan 2024 · 1 min read

श्री रामलला

22 जनवरी का दिन पावन,
आए रामलला मनभावन ।
आ गए कौशल्या के नंदन ,
उनके चरणों में मेरा वंदन ॥ 1 ॥

राम विरोधी रहम गए है ,
सोचे होगा क्या अब आगे ।
गई बाबरी हाँथ से इनके ,
देख हार पाँव उल्टे भागे ॥ 2 ॥

जो निर्णय था अयोध्या धाम का ,
होगा वही फिर से ज्ञानवापी का ।
अब कितनी भी चालाकी करले ,
तय है होना अंत उस पापी का ॥ 3 ॥

रामराज्य की परिकल्पना ,
की थी भारत के संतों नें।
धर्म युद्ध होगा भारत में ,
भविष्यवाणी की महंतों नें ॥ 4 ॥

युगपुरूष एक आएगा तब ,
होगी धर्म की जय जयकार ।
संतो महन्तो के सपनों को ,
अब मोदी जी करेंगे साकार ॥ 5 ॥

स्वरचित
तरुण सिंह पवार
शिक्षक

Language: Hindi
197 Views

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