Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 3 min read

श्री नेता चालीसा (एक व्यंग्य बाण)

प्रजातंत्र का ध्यान कर, राजनीति चित लाय ।
नेताजी के गुण कहूं, कुर्सी शीश नवाय ।।
जय जय जय नेता महाराजा ।
प्रजातंत्र के तुम हो राजा ।।
गुण अवगुण कछु कहे न जाई ।
शारद शेष न कहत अघाई ।।
भारत ने आजादी पाई ।
प्रकटे उसी समय सब भाई ।।
चले गए राजा महाराजा ।
आप पधारे सहित समाजा ।।
पंच और सरपंच विधायक ।
आप ही हो कुर्सी के लायक ।।
आप ही मंत्री मुख्यमंत्री ।
राष्ट्रपति प्रधानमंत्री ।।
आपसे कोई बचे न कुर्सी।
महामहिम अध्यक्ष की कुर्सी ।।
जब भी कुर्सी कम पड़ जाती।
निगम मंडल में नई बन जाती ।।
तुमरी महिमा कही न जाई ।
सभी दलों में पैठ बनाई ।।
मूल्यों की राजनीति करते ।
बिना मूल्य कोई काम न करते ।।
तुम्हारा ध्यान धरे जो कोई ।
सकल पदारथ पावे सोई ।।
धन आभूषण रत्न चढ़ावे ।
वो नर सकल मनोरथ पावे ।।
श्रद्धा सहित जो भोग लगावे ।
सुरासुंदरी संग में लावे ।।
ता पर कृपा तुरत होई जाई ।
शंका मन मत पालहु भाई ।।
जिन पर ये कृपा बरसा दें।
रंक से राजा तुरत बना दें ।।
कई दल तोड़े कई बनाए ।
फिर भी मन में नहीं अघाए ।।
छवि आपकी है अति न्यारी ।
सत्ता सुंदरी आपको प्यारी ।।
बिन सत्ता व्यग्र हो जाते ।
मनगढ़ंत आरोप लगाते ।।
आंदोलन में रत हो जाते ।
गांव शहर सब बंद कराते ।।
जब भी सत्ता में आ जाते ।
शांत चित्त हो माल कमाते ।।
नहीं है कोई तुम्हारा सानी ।
बड़े बड़ों ने बात ये मानी ।।
तुम मिलकर सरकार बनाते ।
मूल्यों से सरकार गिराते ।।
कार्यपालिका पुलिस तुम्हारी ।
तुम पर सब जाते बलिहारी ।।
भ्रष्ट बेईमान सब बंदे ।
सादर देते हैं सब चंदे ।।
बाहुबली गुंडे मुस्तंडे ।
धर्म समाज के अंडे पंडे ।।
नामचीन उद्योगपति सब ।
व्यापारी धन्ना सेठ और पब ।।
कर जोरे सब द्वार खड़े हैं ।
नाथ आपके ठाट बड़े हैं ।।
तुमसे जो जन है टकराता ।
घोर कष्ट जीवन में पाता।।
नहीं सहाय उसका है कोई ।
जा पर कुदृष्टि आपकी होई ।।
आप में अवगुण सकल समाए ।
कौन गुणों की गिनती गाए ।।
कलयुग में है राज तुम्हारा ।
तुम्हें न कोई मारन हारा ।।
प्रेस मीडिया चंवर डुलाते ।
महिमा कहते नहीं अघाते ।।
आईएएस आईपीएस फिरते पीछे ।
सभी तुम्हारे हाथ के नीचे ।।
दिन को कह दो, रात हो जाए।
रात को कह दो, दिन हो जाए ।।
लेता नहीं तुमसे कोई पंगा ।
जब चाहो करवा दो दंगा ।।
तुमने सभी जनों को साधा ।
नहीं है कोई पथ में बाधा ।।
ऊंच-नीच का भेद बढ़ाया ।
अगड़े पिछड़ों को लड़वाया ।।
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई ।
सबके हो प्रभु आप सहाई ।।
दो पल में सब को भड़का दें।
जब चाहे जब आप लड़ा दें ।।
नाथ और का करूं बढ़ाई ।
महिमा अकथ कही न जाई ।।
नेताजी को सुमर के, जो नर करता ध्यान ।
मोटी मुद्रा भेंट करे, तुरत होए कल्याण ।।
जो नर चालीसा पढ़े, हाईकमान सिर नाय ।
लोकसभा अरु विधानसभा, शीघ्र टिकट पा जाय ।।

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 515 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

2723.*पूर्णिका*
2723.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम दलित हैं
हम दलित हैं
आनंद प्रवीण
बात मन की
बात मन की
surenderpal vaidya
हमसफ़र 2
हमसफ़र 2
डिजेन्द्र कुर्रे
जनक देश है महान
जनक देश है महान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#प्रियवर खोये हो कहाँ
#प्रियवर खोये हो कहाँ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
उदास रात सितारों ने मुझसे पूछ लिया,
उदास रात सितारों ने मुझसे पूछ लिया,
Neelofar Khan
किताब
किताब
अवध किशोर 'अवधू'
याद  आयेगा हमें .....
याद आयेगा हमें .....
sushil sarna
अगर महोब्बत बेपनाह हो किसी से
अगर महोब्बत बेपनाह हो किसी से
शेखर सिंह
किसी की बेवफाई ने
किसी की बेवफाई ने
डॉ. एकान्त नेगी
"आशिकी"
Shakuntla Agarwal
"चुनौतियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
कुण्डलिया छंद
कुण्डलिया छंद
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कुछ नहीं
कुछ नहीं
Kunal Kanth
Good morning
Good morning
*प्रणय*
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
तमाशा
तमाशा
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
गर्मी ने दिल खोलकर,मचा रखा आतंक
गर्मी ने दिल खोलकर,मचा रखा आतंक
Dr Archana Gupta
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
मिसाल
मिसाल
Poonam Sharma
बचपन का प्यार
बचपन का प्यार
Vandna Thakur
छिप न पाती तेरी ऐयारी है।
छिप न पाती तेरी ऐयारी है।
Kumar Kalhans
संवेदना
संवेदना
विजय कुमार नामदेव
कहानी- 'भूरा'
कहानी- 'भूरा'
Pratibhasharma
सरसी
सरसी
Dr.VINEETH M.C
दिल पे कब मेरा इख़्तियार रहा ।
दिल पे कब मेरा इख़्तियार रहा ।
Dr fauzia Naseem shad
कॉलेज वाला प्यार
कॉलेज वाला प्यार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वर्तमान
वर्तमान
Kshma Urmila
मैं कौन हूँ
मैं कौन हूँ
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
Loading...