श्री गणेश जी का बड़ा सिर
बड़ा सिर विवेक और ज्ञान का प्रतीक है
सोचने समझने की व्यापकता, बुद्धि का प्रतीक है
परिस्थितियों के, आत्म अवलोकन का प्रतीक है
गहन विचार विमर्श, उसी में हमारी जीत है
भालचंद्र बड़ा मस्तक चंदन,
शीतलता एवं सौम्यता का प्रतीक है
जीवन में आगे बढ़ने, शांत मन की रीत है
बड़ी सूंड दूर दृष्टि है, दूर से ही कर लेती है
सही गलत की पहचान
श्री गणेश का मुख संयम, मीठा बोलने का निशान
सादगी एवं विनम्रता का यही है विधान
श्री गणेश का बड़ा सिर कराता है
इन्हीं गुणों की पहचान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी