Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2020 · 1 min read

श्री गणेश जी का बड़ा सिर

बड़ा सिर विवेक और ज्ञान का प्रतीक है
सोचने समझने की व्यापकता, बुद्धि का प्रतीक है
परिस्थितियों के, आत्म अवलोकन का प्रतीक है
गहन विचार विमर्श, उसी में हमारी जीत है
भालचंद्र बड़ा मस्तक चंदन,
शीतलता एवं सौम्यता का प्रतीक है
जीवन में आगे बढ़ने, शांत मन की रीत है
बड़ी सूंड दूर दृष्टि है, दूर से ही कर लेती है
सही गलत की पहचान
श्री गणेश का मुख संयम, मीठा बोलने का निशान
सादगी एवं विनम्रता का यही है विधान
श्री गणेश का बड़ा सिर कराता है
इन्हीं गुणों की पहचान

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
6 Likes · 8 Comments · 299 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
Paras Nath Jha
राम के नाम की ताकत
राम के नाम की ताकत
Meera Thakur
बदलाव
बदलाव
Dr. Rajeev Jain
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
पूर्वार्थ
#रामपुर_के_इतिहास_का_स्वर्णिम_पृष्ठ :
#रामपुर_के_इतिहास_का_स्वर्णिम_पृष्ठ :
Ravi Prakash
गोपाल हूं मैं, काल भी
गोपाल हूं मैं, काल भी
Saransh Singh 'Priyam'
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
Phool gufran
🪔🪔दीपमालिका सजाओ तुम।
🪔🪔दीपमालिका सजाओ तुम।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
कैसे भूलूँ
कैसे भूलूँ
Dipak Kumar "Girja"
3435⚘ *पूर्णिका* ⚘
3435⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
जिसकी शाख़ों पर रहे पत्ते नहीं..
जिसकी शाख़ों पर रहे पत्ते नहीं..
Shweta Soni
हम किसी सरकार में नहीं हैं।
हम किसी सरकार में नहीं हैं।
Ranjeet kumar patre
"" *महात्मा गाँधी* ""
सुनीलानंद महंत
क्यों बदल जाते हैं लोग
क्यों बदल जाते हैं लोग
VINOD CHAUHAN
9) खबर है इनकार तेरा
9) खबर है इनकार तेरा
पूनम झा 'प्रथमा'
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
उतरे हैं निगाह से वे लोग भी पुराने
उतरे हैं निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ज़िंदगी बेजवाब रहने दो
ज़िंदगी बेजवाब रहने दो
Dr fauzia Naseem shad
तत्वहीन जीवन
तत्वहीन जीवन
Shyam Sundar Subramanian
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
Sanjay ' शून्य'
Rainbow on my window!
Rainbow on my window!
Rachana
खुद निर्जल उपवास रख, करते जो जलदान।
खुद निर्जल उपवास रख, करते जो जलदान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
आँखों ने समझी नहीं,
आँखों ने समझी नहीं,
sushil sarna
■ आज का #दोहा...
■ आज का #दोहा...
*प्रणय प्रभात*
नई जैकेट , पुराने जूते
नई जैकेट , पुराने जूते
Shashi Mahajan
Swami Vivekanand
Swami Vivekanand
Poonam Sharma
इश्क़ का मौसम रूठने मनाने का नहीं होता,
इश्क़ का मौसम रूठने मनाने का नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
करके ये वादे मुकर जायेंगे
करके ये वादे मुकर जायेंगे
Gouri tiwari
"बिन तेरे"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...