शीर्षक :- तस्वीर
फूलों के महक में क्या छिपा ?
उस छिपी कलियों से जाकर पूछो
यह प्रश्न चिन्ह नहीं ख्वाबों के
है यह प्रकृति के रंगीन तस्वीर
देखो इन्द्रधनुष कैसी छाई अम्बर के कोने में ?
कौन्ध पड़ी दामिनी काली घटाएँ पे
आँसू गिर – गिर बूँद – बूँद के धरा पर
क्या बुलबुलें भी बनाती क्यों तस्वीर ?
निशा छाई अंधेरी बेसुध स्वप्नों के
झींगुर उलूक की सरोवर भव में
शशि चन्द्रिका धोती पुष्प कलित नयन
तरुवर विहग भी बनाने गये तस्वीर
यह अर्क किस प्रतीर रश्मि के
मृदु – मृदु पिक के राग वसन्त
आमद नीरद पुनः कहाँ परिणत
दिवस – दिवस कौतुक पन्थ के होते तस्वीर