शिर्डी साईं
मैं आई आई आई, तेरे द्वारे साई आई ,
तेरे नाम की चिठियां पाई, मैं आई आई आई,
मैं आई आई आई, तेरे द्वारे साई आई,
भक्तो से तेरा नाम सुना, तेरा नाम पड़ोसी से सुना,
तेरे नाम के पर्चे छप् गये, उन पर्चो में तेरा नाम पढ़ा ।।
मैं ढूंढत-ढूंढत आई, तेरे दर पर साई आई,
मैं आई आई आई, तेरे द्वारे साई आई ।।
देखी तेरी शिरडी, देखा तेरा धाम,
स्वर्ग भी फीके हो गये, जो पाया इत आराम,
तेरे नाम की दीवानी, मैं दौड़ी-दौड़ी आई,
मैं आई आई आई, तेरे द्वारे साई आई,
तेरे नाम की चिठियां पाई, मैं आई आई आई,
तेरे द्वारे साई आई, मैं आई आई आई ।।