शिक्षा एवं धर्म
शिक्षा एवं धर्म दोनों का ही अपना महत्व है। ये दोनों ही समाज में नैतिकता की बुनियाद स्थापित करते हैं। लेकिन इनको मिला देना बहुत ही घातक होता है जिसके कई उदाहरण हम आज की दुनिया में देख ही पा रहे हैं। पर सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि हम भी उसी ओर जा रहे हैं। आगे बढ़ने की जगह हम पीछे जा रहे हैं।
-अभिनीत मित्तल