Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
7 Nov 2024 · 1 min read

साथ दीन्हौ सगतीयां, हरदम भेळी आप।

साथ दीन्हौ सगतीयां, हरदम भेळी आप।
रण मं रमयां सूरमा, पूंठ रखी अणमाप।।

जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️

Loading...