शिक्षक दिवस पर दोहे
गुरु बिन गति नहीं कहते लोग विद्वान
गुरु सम्मान कीजिए होगी ऊँची शान
शिक्षक दर्जा होत है गुरू गोविंद समान
नादान को तराश कर बनाता है विद्वान
ज्ञान बाँटना जगत में है शिक्षक का काम
झोली भर के लीजिए ज्ञान मिले बिन दाम
राष्ट्र के निर्माण में शिक्षक का है योगदान
जहां शिक्षक सम्मान है वहांँ राह आसान
अनुशासित सदभावी सगुणों का भंडार
अध्यापन सर्वांगीण विकास कार्य आपार
शिक्षक दिवस वर्ष में आता है एक बार
आओ अर्पित करें शिक्षक को पुरस्कार
शिक्षक होता हैं बच्चों का भाग्य विधाता
निस्वार्थ भाव से ज्ञान अर्जन है करवाता
सुखविंद्र सिंह मनसीरत