शास्त्री गांधी
भारत में जन्म लिये,
तम को प्रकाश किये,
कर्म श्रेष्ठ बड़े नेक,
फिर दोनों आओ ना।
बापू सत्य के पुजारी,
अहिँसा थी बड़ी प्यारी,
सबको आजाद किये,
करो मरो गाओ ना।
पग में खड़ाऊं सोहे,
धोती में ही तन मोहे,
हस्त लाठी लेके चले,
वो अगुवा बनाओ ना।
भारत के लाल रहे,
बहादुर ढाल रहे,
एकता के थे पुजारी,
सबको बताओ ना।
नारा है जय जवान,
बढ़ता रहे किसान,
सादगी थी बड़ी न्यारी,
वो कर्म सीखाओ ना।
खुश्बू राम राज की हो,
उन्नति आकाश सी हो,
दोनों लोग एक दिन,
अवतार लाओ ना।