Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2024 · 1 min read

“शहीद पार्क”

“शहीद पार्क”
जगदलपुर शहर के दिल में स्थित
शहीद पार्क उद्यान,
मनोरम प्राकृतिक छटा बिखेरता
यह बस्तर की शान।
मिनी रेल झूले रंगीन फव्वारा
सबके मन को भाते,
मौसम चाहे रहे कोई भी यारों
लोग खींचे चले आते।

2 Likes · 2 Comments · 71 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

ज़ख्म आज भी
ज़ख्म आज भी
हिमांशु Kulshrestha
🙅आज का आनंद🙅
🙅आज का आनंद🙅
*प्रणय*
नयन प्रेम के बीज हैं,नयन प्रेम -विस्तार ।
नयन प्रेम के बीज हैं,नयन प्रेम -विस्तार ।
डॉक्टर रागिनी
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
नेताम आर सी
बेवफा, जुल्मी💔 पापा की परी, अगर तेरे किए वादे सच्चे होते....
बेवफा, जुल्मी💔 पापा की परी, अगर तेरे किए वादे सच्चे होते....
SPK Sachin Lodhi
सुनो
सुनो
sheema anmol
राष्ट्र-मंदिर के पुजारी
राष्ट्र-मंदिर के पुजारी
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
* याद है *
* याद है *
surenderpal vaidya
अपनी नज़र में
अपनी नज़र में
Dr fauzia Naseem shad
3695.💐 *पूर्णिका* 💐
3695.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*जिंदगी*
*जिंदगी*
Harminder Kaur
जब लिखती हूँ मैं कविता
जब लिखती हूँ मैं कविता
उमा झा
प्रिये
प्रिये
Johnny Ahmed 'क़ैस'
*कभी  प्यार में  कोई तिजारत ना हो*
*कभी प्यार में कोई तिजारत ना हो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
उसे लगता है कि
उसे लगता है कि
Keshav kishor Kumar
"दिमागी गुलामी"
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ नया लिखना है आज
कुछ नया लिखना है आज
करन ''केसरा''
"If you continuously encounter
Nikita Gupta
जैसे-तैसे
जैसे-तैसे
Dr. Bharati Varma Bourai
"उड़ान"
Yogendra Chaturwedi
यूँ डरकर मत लौट चलो, इतने करीब आकर।
यूँ डरकर मत लौट चलो, इतने करीब आकर।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*जाते हैं जग से सभी, काया-माया छोड़ (कुंडलिया)*
*जाते हैं जग से सभी, काया-माया छोड़ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
क्या कहेंगे लोग
क्या कहेंगे लोग
Surinder blackpen
sp116 बुझने लगे दीप
sp116 बुझने लगे दीप
Manoj Shrivastava
मैंने गाँधी को नहीं मारा ?
मैंने गाँधी को नहीं मारा ?
Abasaheb Sarjerao Mhaske
अद्भुद भारत देश
अद्भुद भारत देश
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मैं मजदूर हूं
मैं मजदूर हूं
Krishna Manshi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सपनों का पर्दा जब जब उठा
सपनों का पर्दा जब जब उठा
goutam shaw
विषय - स्वाधीनता
विषय - स्वाधीनता
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...